न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): कोरोना (COVID-19) के बढ़ते मामलों के बीच उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) ने 14 जनवरी (शुक्रवार) को मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के मौके पर हरिद्वार और ऋषिकेश (Haridwar and Rishikesh) में गंगा में डुबकी लगाने वाले भक्तों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और देहरादून के जिलाधिकारी आर.राजेश कुमार की ओर से जारी आदेश में हरिद्वार में हर की पौड़ी (Har Ki Pauri), ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट (Triveni Ghat) और अन्य घाटों पर मकर संक्रांति पर स्नान के लिये श्रद्धालुओं के जुटने पर रोक रहेगी।
हर साल मकर संक्रांति के मौके पर हरिद्वार और ऋषिकेश में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में पवित्र डुबकी लगाते हैं। उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते मंगलवार (11 जनवरी 2022) को कुल 2,127 कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) होने के नये मामले और सोमवार (10 जनवरी 2022) को 1,292 मामले सामने आये।
इस बीच ओडिशा सरकार (Government of Odisha) ने भी 14 जनवरी को मकर संक्रांति और पोंगल त्योहार समारोहों के लिये किसी भी तरह की धार्मिक सभा पर भी बैन लगा दिया है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) के कार्यालय ने मकर संक्रांति और पोंगल (Pongal) के अवसर पर और अगले दिन नदी के किनारे, घाटों, तालाबों, समुद्र तटों या अन्य जल निकायों के पास स्नान करने के लिये विशेष दिशानिर्देश जारी किये है।
चूंकि इस मौके पर मंदिरों में भारी भीड़ जमा होती है, इसलिए आदेश में कहा गया है कि मकर संक्रांति, पोंगल, मकल मेला के दिनों में सभी धार्मिक स्थल और पूजा स्थल लोगों के लिये बंद रहेंगे। हालांकि धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करने के लिये कम से कम संख्या में पुजारियों, सेवकों और कर्मचारियों के साथ धार्मिक स्नान (Religious Bath) की मंजूरी दी जायेगी।