न्यूज डेस्क (निकुंजा वत्स): 14 जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले (Magh Mela) की तैयारियां प्रयागराज में जोरों पर है। माघ मेला सालाना उत्सव (Annual Festival) है, जो माघ के महीने में (हिंदू कैलेंडर के अनुसार) नदी के किनारे और हिंदू मंदिरों के पास आयोजित किया जाता है। पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) के पावन अवसर पर भक्त संगम, यमुना, गंगा और पौराणिक सरस्वती के संगम पर पवित्र डुबकी (Holy Dip) लगाते हैं।
माघ मेले के पूरे महीने के दौरान तीर्थयात्री (Pilgrim) संगम के तट पर तंबू में रहते हैं और सुबह जल्दी स्नान करने के साथ-साथ अन्य धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं। मेले की तैयारियों के मामले पर मीडिया से बात करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव एन मिश्रा ने कहा कि, “माघ मेला 14 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। पुलिस द्वारा सभी तैयारियां की जा रही हैं। पुलिस ये सुनिश्चित करेगी कि केवल वही लोग मेले की तैयारियों में लगे, जिनका कोरोना टेस्ट निगेटिव (Corona Test Negative) आया है। साथ ही कोरोना निगेटिव होने पर ही लोगों को मेले में एन्ट्री दी जायेगी।
उन्होंने आगे कहा कि, “तैयारी करते हुए सात पुलिस कर्मियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इन पुलिस अधिकारियों ने खुद को अलग कर लिया है और साथ ही वो कोविड-19 प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का भी पालन कर रहे हैं। मेले के लिये 16 एंट्री पॉइंट बनाये गये हैं। मेला में शामिल सभी लोगों को डबल टीके लगवाने हैं, ये चुनौतीपूर्ण काम है, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) पूरी तरह से इसके लिये तैयार है”
राज्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह (Minister of State Siddharth Nath Singh) ने भी तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, “कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जायेगा। कोविड-19 के मद्देनजर इसे सबसे सुरक्षित माघ मेला बनाने के लिये कई प्रबंध किये गये हैं।” बता दे कि उत्तर प्रदेश ने बीते मंगलवार (11 जनवरी 2022) को 11,089 नये कोरोना के मामले सामने आये, जिससे राज्य में सक्रिय मामलों की कुल तादाद बढ़कर 44,466 हो गयी।
यूपी के हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि इसके अलावा पांच और मौतें हुईं, जिससे कोरोना संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़कर 22,937 पहुँचे चुकी है। इसके साथ ही कोविड संक्रमण की चपेट में आकर मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, गोंडा और आजमगढ़ (Gonda and Azamgarh) में एक-एक मौत हुई है।