बिजनेस डेस्क (शौर्य यादव): केंद्रीय बजट (Union Budget 2022-23) जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते मंगलवार (1 जनवरी 2021) को पेश किया, में कई चीज़ों पर सीमा शुल्क (Custom duty) में बदलाव किये गये। इसका मतलब ये होगा कि आमतौर पर सीमा शुल्क में बदलाव के आधार पर आयात ज़्यादा महंगा या सस्ता हो जाता है।
वित्त मंत्री ने घरेलू विनिर्माण (Domestic Manufacturing) को बढ़ावा देने के लिये मेथनॉल समेत कुछ कैमिकल्स पर सीमा शुल्क में कटौती का प्रस्ताव रखा। कटे और पॉलिश किये गये हीरे और गहनों पर सीमा शुल्क में 5% की कमी मिलेगी। वित्त विधेयक 2022-23 के मुताबिक ये टैरिफ बदलाव 1 मई 2022 से प्रभावी होंगे।
महंगे हो जायेगें ये सामान
- खाद्य तेलों की श्रेणी में माइक्रोबियल वसा (Microbial Fat) और तेल और उनके अंश 30 फीसदी से बढ़कर 100 प्रतिशत हो जायेगा।
- छाते पर सीमा शुल्क 10% से बढ़ाकर 20% कर दिया गया है।
- सिंगल या मल्टीपल लाउडस्पीकर पर कस्टम ड्यूटी 15% से बढ़ाकर 20% कर दी गयी है।
- हेडफ़ोन और इयरफ़ोन, चाहे माइक्रोफ़ोन के साथ ज्वॉइंट हों या नहीं भी 15% से 20% पर सीमा शुल्क तक बढ़ गये हैं।
- माइक्रोफोन और एक या ज़्यादा लाउडस्पीकर वाले सेट भी 15% से 20% पर कस्टम ड्यूटी तक बढ़ी गयी हैं।
ये चीज़े हो जायेगी सस्ती
- काजू सस्ता हो जायेगा क्योंकि इस पर इम्पोर्ट ड्यूटी (Import Duty) 30% से घटाकर 2.5% कर दिया गया है।
- पिस्ता 30% से 10% तक और नरम खजूर पर 30% से 20% तक आयात शुल्क कम हो गये हैं।
- इम्पोर्टिड संतरे और नींबू पर भी आयात शुल्क को 40% से घटाकर 30% कर दिया गया है।
- इम्पोर्टिड ताजे अंगूर और ताजा नाशपाती पर एक्साइज ड्यूटी को 35% से घटाकर 30% कर दिया गया है।
- इम्पोर्टिड काली मिर्च पर आयात शुल्क को 70% से घटाकर 30% जबकि लौंग 70% पर से घटाकर 35% कर दिया गया है।
- मीठे बिस्कुट, वैफ़ल और वेफर्स पर एक्साइज ड्यूटी को 45% से घटकर 30% कर दिया गया।
- खुदरा बिक्री (Retail Sales) के लिये बेचे जाने वाले कुत्ते या बिल्ली का खाने पर सीमा शुल्क 30% से घटाकर 20% कर दिया गया है।