न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): हाल ही में सहारनपुर जिले (Saharanpur District) के निजी मेडिकल कॉलेज ग्लोकल में पढ़ने वाले छात्रों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु के गुहार लगायी है। छात्रों के मुताबिक ग्लोकल मेडिकल कॉलेज (Glocal Medical College) की मान्यता रद्द कर दी गयी है, जिसकी वज़ह से उनका भविष्य अंधकार में झूल रहा है। मेडिकल स्टूडेंट्स कई सालों से यहां पढ़ाई कर रहे है, मगर अभी तक मेडिकल कॉलेज को अभी तक मान्यता नहीं मिल पायी है। हर जगह से मायूस होने के बाद छात्रों ने ये कदम उठाया। छात्रों ने इससे पहले कॉलेज प्रशासन, जिला प्रशासन और मेडिकल काउंसिल (Medical Council) से भी बात की हर जगह से उन्हें सिर्फ मायूसी ही हाथ लगी।
बीते मंगलवार (1 जनवरी 2022) मेडिकल स्टूडेंट्स कलेट्रेक्ट कैंपस (Collectorate Campus) पहुँचे और सिटी मजिस्ट्रेट (City Magistrate) के जरिये राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन सौंपा और उनसे इच्छा मृत्यु की मांग की। स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि बिना मान्यता ही मेडिकल कॉलेज खोला गया। एडमिशन और पढ़ाई के नाम पर उनसे भारी भरकम फीस वसूली गयी। बता दे कि ग्लोकल मेडिकल कॉलेज ग्लोकल यूनिवर्सिटी का हिस्सा है। जिसका मलिकाना हक बसपा सरकार में पूर्व एमएलसी और खनन कारोबारी मोहम्मद इकबाल (Mining businessman Mohammad Iqbal) के पास है।
पीड़ित छात्रों के मुताबिक साल 2016 में उन्होनें एमबीबीएस की पढ़ाई के लिये ग्लोकल मेडिकल कॉलेज एडमिशन लिया। जिसके बाद छात्र करीब चार साल तक अपनी पढ़ाई करते रहे। जिसके बाद उन्हें पता लगा कि यूनिवर्सिटी के पास मेडिकल कॉलेज चलाने के लिये वैधानिक मान्यता ही नहीं है, जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन (University Administration) ने छात्रों को डिस्चार्ज करने का फैसला लिया। खास बात ये रही कि डिस्चार्ज करने की जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को नहीं और उनसे फीस वसूलते रहे।
इस घटनाक्रम के बाद छात्रों ने कोर्ट का सहारा लिया लेकिन उन्हें वहां से भी राहत नहीं मिली। छात्रों ने दावा किया कि ग्लोकल मेडिकल कॉलेज ने सभी मेडिकल स्टूडेंट्स (Medical Students) से करीब 35 लाख रूपये बतौर फीस वसूली, ऐसे में वो इन हालातों में नहीं है कि आगे वो कुछ कर पाये। जिसके बाद उन्होनें राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगायी।