न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की कैंटीन में तला हुआ खाना जैसे समोसा और ब्रेड पकोड़े अब नहीं मिलेगें। अब इनकी जगह पर मटर की स्टफिंग के साथ दाल चीला, हेल्दी करी, बाजरे की रोटियां और बाजरा पुलाव जैसे स्वास्थ्यवर्धक खानपान को उपलब्ध करवाया जायेगा। बीते मंगलवार (8 फरवरी 2022) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने खुद इस बात को खुलासा किया।
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ये फिलहाल प्रकिया पायलट मोड (Pilot Mode) में लागू कर दी गयी है ताकि लोगों को प्रतिक्रियाओं का आकलन किया जा सके। मंत्रालय की कैंटीन में आने वाले लोगों को दाल चीला 10 रूपये में मिलेगा, इसी क्रम में सुबह का 25 रुपये और दोपहर का लंच 40 रुपये में मिलेगा।
बता दे कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) के निर्देशों पर इन हेल्थी फूड ऑप्शंस (Healthy Food Options) की व्यवस्था कैंटीन में की गयी है। जब मनसुख मंडाविया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभाला है, तब से ही वो इस तरह की व्यवस्था कैंटीन में लाने पर विचार कर रहे थे और उन्होनें इस पिछले साल अक्टूबर महीने में इस सिस्टम को चालू कर दिया।
मंडाविया खुद भी फिटनेस फ्रीक हैं और उन्हें अक्सर साइकिल से संसद तक जाते देखा जाता रहा है। वो रोजाना एक्सरसाइज़ और योग करते हैं और ये सुनिश्चित करते हैं कि वो हर दिन कम से कम 20 किलोमीटर साइकिल चलाये।
इसी तरह आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) ने भी मंत्रालय की कैंटीन में अपने ‘आयुष आहार’ प्रोजेक्ट जरिये सेहतमंद खाने की आदतों को अपनाने का लक्ष्य रखा है। इस साल जनवरी में शुरू किया गये पायलट प्रोजेक्ट में सब्जी पोहा, भजनी वड़ा, गाजर का हलवा और कोकम पेय जैसे सेहतमंद व्यंजनों को आयुष आहार’ प्रोजेक्ट शामिल किया गया।
परियोजना के शुभारंभ पर बोलते हुए आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि कैंटीन में इस तरह के आहार का इस्तेमाल सेहत के लिये फायदेमंद होगा क्योंकि ये आसानी से पच जाते है। उन्होंने आगे कहा कि मंत्रालय ने अन्य राज्यों के साथ सहयोग किया है और राष्ट्रीय आयुष मिशन पर सराहनीय कार्य किया है और अब इस साल सिंगल विंडो सिस्टम ध्यान लगाया जा रहा है।