न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ सीएन अश्वथा नारायण ने बीते मंगलवार (8 फरवरी 2022) को हिजाब विवाद (Hijab Controversy) के मद्देनजर उच्च शिक्षा विभाग, कॉलेजिएट और तकनीकी शिक्षा विभाग (डीसीटीई) के तहत आने वाले सभी विश्वविद्यालयों में तीन दिन की छुट्टी ऐलान कर दिया। हालांकि उन्होनें साफ किया इन तारीखों पर तयशुदा इम्तिहान होगें। जिसकी डेटशीट पहले ही जारी कर दी गयी है। मंत्री ने कहा कि 9 फरवरी से 11 फरवरी तक की 3 दिन की छुट्टी सरकारी, सहायता प्राप्त, गैर सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेजों, डिप्लोमा और इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिये लागू है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि कर्नाटक सरकार (Government of Karnataka) ने ये फैसला राज्य में कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिये अदालत द्वारा मामले से जुड़ी याचिका के संबंध में अपना फैसला सुनाये जाने तक के लिए लिया है। फिलहाल शिक्षण संस्थानों की कक्षाओं में हिजाब या भगवा शॉल/गमछा (Hijab or Saffron Shawl/Gamcha) पहनने की इज़ाजत नहीं है।
दूसरी ओर प्रशासन ने साफ कर दिया है कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेना चाहिए। आखिरकर अदालत का फैसला कुछ भी हो उसका सम्मान किया जाना चाहिये। गौरतलब है कि कर्नाटक में कई विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। ये मामला इस महीने की शुरुआत में शुरू हुआ, जब कुछ छात्राओं को कथित तौर पर हिजाब पहनकर कॉलेज में घुसने से रोक दिया गया था।
हिजाब का विरोध बीती 4 फरवरी को उडुपी जिले के गर्वमेंट गर्ल्स पीयू कॉलेज (Government Girls PU College of Udupi District) में शुरू हुआ, जब कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि उन्हें कक्षाओं में जाने से रोक दिया गया है। इसके बाद प्री-यूनिवर्सिटी शिक्षा बोर्ड (Board of Pre-University Education) ने एक सर्कुलर जारी किया, जिसमें कहा गया था कि छात्रायें सिर्फ स्कूल प्रशासन द्वारा तय की हुई वर्दी पहनकर ही स्कूल में आ सकती है। इसके साथ ही कॉलेजों में किसी भी तरह धार्मिक प्रथाओं (Religious Practices) का पालन करने की इज़ाजत नहीं दी जायेगी।