न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Saharanpur Police: आज (10 फरवरी 2022) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण की वोटिंग हो रही है। इसी बीच पीएम मोदी (PM Modi) सहारनपुर के दौरे है। इस दौरान वो चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के पक्ष में माहौल भी तैयार करेगें। इन्हीं संवदेनशील हालातों के बीच सुरक्षा व्यवस्था की कमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP Akash Tomar) आकाश तोमर ने खुद संभाली। बता दे कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला पुलिस के आला अधिकारियों के साथ एसएसपी आकाश तोमर कई दिनों से ब्रीफिंग कर रहे थे, जिसके बाद सुरक्षा तैयारियों का खाका बुना गया।
इस दौरान एसएसपी आकाश तोमर ज़मीनी हालातों पर काफी सक्रिय दिखे। साथ ही उन्होनें खुद ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा तैयारियों का खुद जायजा लिया। एसएसपी तोमर कई अहम और संवेदनशील इलाकों की बंदोबस्ती का ब्लू प्रिंट तैयार कर उसे ज़मीनी हालातों पर उतारा। इस दौरान लोकल इंटेलीजेंस यूनिट, सर्विलांस यूनिट, स्वॉट टीम (SWOT Team) समेत पीएसपी के ज़वानों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया। कॉर्डिनेशन बनाये रखने के लिये इंटीग्रेटिड कमान एंड कंट्रोल सेन्टर (Integrated Command and Control Center) बनाया गया।
बता दे कि सहारनपुर में अतिवादी तत्वों (Extremist Elements) और असामाजिक तत्वों समेत संवेदनशील इलाकों की निगरानी करने के लिये सीसीटीवी की लाइव फुटेज मॉनिटरिंग के लिये भी विशेष टीम की गठन किया गया। इसके अलावा एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री के रूट पर डॉग स्कवॉड (Dog Squad) की भी तैनाती की गयी। किसी भी तरह के हालातों के निपटने के लिये बम डिस्पोजल स्क्वॉड, दमकल और पुलिस के स्नाइपर्स (Police Snipers) की भी तैनात किया गया। गृहमंत्री के रूट किसी भी तरह के ट्रैफिक जाम के बचने के लिये एसएसपी तोमर के निर्देश पर बैरिकेडिंग और डायवर्जन (Barricating and Diversion) लगाये गये।
पीएम मोदी को सुरक्षा मुहैया करवाने के लिये एक दिन पहले ही एसपीजी के अधिकारियों की टीम ने एसएसपी तोमर के साथ हाईलेवल बैठक की थी। जिसके बाद बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था (Multilevel Security System) का खाका तैयार किया गया। अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था के लिये दूसरे जिलों से पुलिसकर्मियों और पीएसी की टुकड़ियों को निशानदेही कर संवेदनशील इलाके में तैनात किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने इंटेलीजेंस इनपुट्स (Intelligence Inputs) को एसपीजी टीम के साथ तुरन्त साझा करने के भी निर्देश दिये है। खास बता ये रही कि सभी टीमों में बेहतर समन्वय बनाये रखने के लिये सभी को वायरलैस कम्युनिकेशन की एक खास फ्रिक्वेंसी (Phase Modulation) पर जोड़ा गया था।