न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): जलवायु परिवर्तन के असर की वज़ह देश में तेजी से बदलते मौसमी हालात देखे जा रहे है, जिसमें भारी बारिश, बाढ़ से लेकर लू तक शामिल है। और अब ये मौसम भंयकर शीतलहर (Severe Cold Wave) और सबसे लंबी सर्दी के हालात देखे जा रहे है। इसकी वज़ह से ठिठुरती सर्दियां पैदा होती है।
हाल ही में प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में उभर रही ला नीना की वज़ह से उत्तर भारत में सबसे ज़्यादा सर्द मौसमी हालात देखे जा रहे है। ला नीना (La Nina) मौसम पैटर्न उत्तरी गोलार्ध में सर्द सर्दियों की वज़ह बनता है। पिछले साल जारी एक पूर्वानुमान ने ला नीना के असर का अलर्ट जारी किया गया था, जिससे जनवरी और फरवरी महीने में पूरे उत्तर भारत में तापमान में बड़ी गिरावट आयेगी।
साफ आसमान और धूप के दिनों को देखकर दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में लोगों ने अनुमान लगाया कि अब सर्दी का मौसम खत्म होने वाला है। लेकिन सभी को गलत साबित करते हुए एक बार फिर ठंड तेज हो गयी है। बादल, हल्की बारिश, सर्द हवायें और धुंध ने एक बार फिर दिल्ली और यहां के लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है।
दिल्ली से लेकर हरियाणा तक ठंड का असर देखा जा रहा है। इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा विजिबिलिटी (Visibility) काफी कम होने से ट्रैफिक भी प्रभावित हो रहा है। बारिश और कोहरे के कारण विजिबिलिटी 500 मीटर से भी कम रह गयी है।
आईएमडी (IMD) ने बीते मंगलवार (8 फरवरी 2022) को चेतावनी जारी थी कि 9 फरवरी और 10 फरवरी को मौसम एक बार फिर पलट जायेगा। मौसम में इस बदलाव के कारण बारिश, तेज ठंडी हवायें और धुंध परेशानी का कारण बन सकती है। हरियाणा और दिल्ली में बारिश के साथ खराब मौसम की वज़ह से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि 11 फरवरी से फिर से मौसम के हालातों में बदलाव होगा।
पाकिस्तान और आसपास के इलाकों पर बने पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में ये बदलाव आया है। दिल्ली और हरियाणा के आसपास भी सर्द हवायें काफी तेज रफ्तार से चल रही हैं, जिससे ठंड लगातार बढ़ रही है। हिमाचल, कश्मीर, उत्तराखंड जैसी जगहों पर ताजा बर्फबारी से दिल्ली और एनसीआर में शीतलहर चल रही है।