न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): ABG Shipyard Scam: भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी (MP Varun Gandhi) ने आज (18 फरवरी 2022) बैंक धोखाधड़ी को लेकर केंद्र पर सीधे तंज कसा और कहा कि ‘मजबूत सरकार’ से ‘सुपर भ्रष्ट’ प्रणाली पर ‘कड़ी कार्रवाई’ की उम्मीद है। उन्होनें ट्विट कर लिखा कि- विजय माल्या (Vijay Mallya): 9000 करोड़ नीरव मोदी (Nirav Modi): 14000 करोड़ ऋषि अग्रवाल (Rishi Agarwal): 23000 करोड़, आज जब कर्ज के बोझ तले दब कर देश में रोज लगभग 14 लोग आत्महत्या कर रहे हैं, तब ऐसे धन पशुओं का जीवन वैभव के चरम पर है। इस महा भ्रष्ट व्यवस्था पर एक ‘मजबूत सरकार’ से ‘मजबूत कार्यवाही’ की अपेक्षा की जाती है।
ऋषि अग्रवाल एबीजी समूह की प्रमुख फर्म एबीजी शिपयार्ड के निदेशक हैं, जिन पर भारतीय स्टेट बैंक समेत 28 बैंकों के 22,842 करोड़ रुपये के लोन को ना चूकने का आरोप है। इस बीच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बीते मंगलवार (15 फरवरी 2022) को एबीजी समूह की प्रमुख फर्म एबीजी शिपयार्ड और उसके कुछ आला अधिकारियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया, ताकि उन्हें कथित संलिप्तता के कारण देश छोड़ने से रोका जा सके।
शिपिंग फर्म के निदेशकों में ऋषि अग्रवाल, संथानम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार (Santhanam Muthuswamy and Ashwini Kumar) शामिल हैं। सीबीआई ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि सभी आरोपी अभी भारत में ही है। इसके साथ ही भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी 2019 में मुख्य आरोपी के खिलाफ एलओसी खोली थी।
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक एबीजी शिपयार्ड ने भारतीय स्टेट बैंक समेत 28 बैंकों के 22,842 करोड़ रुपये से लोन पास करवाया और कंपनी इसके वापस करने में पूरी तरह नाकाम दिख रही है।