एजेंसियां/न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने कहा कि उनका देश यूक्रेन (Ukraine) के साथ बातचीत जारी रखना चाहता है और शांति चाहता है, बशर्ते कि कीव पर जंग के बीच मास्को (Moscow) की सभी सुरक्षा मांगें पूरी हों। समाचार एजेंसी शिन्हुआ (News Agency Xinhua) की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन पर रूसी हमले के नौवें दिन भी जंग जारी रहने के बीच राष्ट्रपति पुतिन ने बीते शुक्रवार (4 मार्च 2022) को जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ (German Chancellor Olaf Scholz) के साथ फोन कॉल पर ये बात कही।
राष्ट्रपति ने ये भी उम्मीद ज़ाहिर की कि रूस और यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की वार्ता के दौरान कीव “उचित और रचनात्मक रुख” अपनायेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोदोलयक (Mykhailo Podolyak) के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच तीसरे दौर की शांति वार्ता शनिवार या रविवार को हो सकती है।
मायखाइलो पोदोलयक ने कहा कि रूस और यूक्रेन के कड़े रुख के बावजूद बातचीत होगी, जिससे वार्ता मुश्किल हो पैदा हो सकती है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ऐसी कोई रियायत नहीं देंगे जो यूक्रेन के प्रतिरोध को “अपमानित” कर सके।
इस बीच आज (5 मार्च 2022) यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने नाटो (NATO) द्वारा नो-फ्लाई ज़ोन की यूक्रनी को नामंजूर करने की कड़ी आलोचना की। नाटो की इतनी मदद से यूक्रेन रूसी मिसाइलों और फाइटर जेट्स से अपना आसमान काफी हद तक बचा सकता है।
बता दे कि नाटो ने बीते शुक्रवार (4 मार्च 2022) को मदद के लिये यूक्रेनी आवाह्न को खारिज कर दिया। यूक्रेन को ज़बरन जंगी आग झोंकने के लिये पश्चिमी मुल्कों ने सिलसिलेवार तरीके से कई कड़े आर्थिक प्रतिबंध (Economic Sanctions) मास्को पर लगाये ताकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सज़ा दी जा सके। साथ ही ये दावा किया कि अगर रूसी की ओर से हालात नहीं सुधारे जाते है तो प्रतिबंधों को और बढ़ाया जायेगा।
नाटो के फैसले के बारे में ज़ेलेंस्की ने कहा कि गठबंधन ने रूस को बमबारी अभियान को जारी रखने के लिये हरी झंडी दी थी। खासतौर से ज़ेलेंस्की ने पहले नाटो से यूक्रेन पर नो-फ्लाई ज़ोन (No-Fly Zone) बनाने की अपील की थी, जिस पर रूस ने 24 फरवरी को ज़मीनी, समुद्री और हवाई रास्ते हमला कर दिया।