टेक डेस्क (यामिनी गजपति): Russia Ukraine War: हाल के हफ्तों में लॉ इन्फोर्समेंट के लिये जाने-माने रूसी हैकर्स ने यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों को टारगेट कर साइबर अटैक, फ़िशिंग कैम्पेन (Phishing Campaign) और जासूसी की। इस बात का खुलासा अल्फाबेट इंकॉर्पोरेशन (Alphabet Inc.) के गूगल ने किया। इन हैकर्स में FancyBear भी शामिल है।
गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप (Threat Analysis Group) ने इस बात का खुलासा किया। बता दे कि थ्रेट एनालिसिस ग्रुप कंप्यूटर हैकर्स (Computer Hackers) को रोकने और यूजर्स को उनके बारे में चेतावनी जारी करने का काम करता है। थ्रेट एनालिसिस ग्रुप ने दावा किया कि, पिछले दो हफ्तों से रूसी हैकिंग यूनिट FancyBear, जिसे APT28 के नाम से भी जाना जाता है, वो यूक्रेनी मीडिया कंपनी उक्रनेट (Ukrainian media company Ukrainet) को ईमेल फ़िशिंग भेज रही है।
रूस ने इस बात से इंकार किया है कि वो अपने दुश्मनों पर हमला करने के लिये हैकर्स का इस्तेमाल करता है। फ़िशिंग मैसेज टारगेट के कंप्यूटर और ऑनलाइन खातों में सेंधमारी करके यूजर्स के अकाउंट लॉगिन से जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं।
गूगल ने ये नहीं बताया कि हमले कामयाब रहे या नहीं। घोस्टराइटर/यूएनसी1151, जिसे गूगल बेलारूसी साइबर खतरे के तौर पर देखता है। पोलिश, यूक्रेनी सरकार और सैन्य संगठनों पर फ़िशिंग की कोशिश के जरिये अकाउंट क्रेडेंशियल्स (Account Credentials) चुराने की कोशिशें लगातार देखी जा रही है।
आगे गूगल ने खुलासा किया कि चाइनीज बेस्ड मस्टैंग पांडा या Temp.Hex ने भी साइबर अटैक बढ़ा दिये है। जिसके तहत कई यूरोपियन संस्थानों को वायरस से भरे अटैचमेंट भेजे जा रहे है। बड़े पैमाने पर जिप फाइल फॉर्मेट्स (Zip File Formats) के साथ सिचुएशन एट द ईयू बॉर्डरस विद यूक्रेन नाम की फाइलें भी जा रही है। गूगल दक्षिण पूर्व एशियाई टारगेट को निशाना बनाने वाले मस्टैंग पांडा (Mustang Panda) पर हरकतों पर नज़रें बनाये हुए है।