न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): जिला सहारनपुर (Saharanpur) के तहत गंगोह थाना क्षेत्र (Gangoh Police Station Area) में आग लगने की घटना हुई। जिसके बाद के प्रकरण में पुलिस और बजरंग दल (Bajrang Dal) के बीच नोकझोंक होने की ख़बरें सामने आ रही है। आग लगने के दौरान एक महिला की मौत हो गयी थी और चार लोग इसमें बुरी ज़ख़्मी हो गये। मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गयी। सामने आया कि मामले में एक पक्ष एससी समुदाय से तालुक्क रखता है और दूसरा सैनी समुदाय से। मामले की संजीदगी को भांपते हुए पुलिस ने विद्युत विभाग और फॉरेंसिक विशेषज्ञों (Electrical department and Forensic experts) में मदद ली गयी।
पुलिस की शुरूआती छानबीन और परिस्थितिजन्य साक्ष्य (Preliminary investigation and circumstantial evidence) में ये प्रथम दृष्टया (Prima facie) मामला शॉर्ट सर्किट का नज़र आया। जिसके वज़ह से आग लगी, बावजूद इसके जले हुए अवशेषों को विस्तृत जांच के लिये एफएसएल लैब (FSL Lab) भेजा गया ताकि मामले की पूरी तस्वीर सामने आ सके। एफएसएल लैब की रिपोर्ट से पूरी तरह साफ हो जायेगा कि मामला शॉर्ट सर्किट का है या ज़्वलनशीन पदार्थ की मदद से आग लगाने का। इसी मामले को लेकर बजरंग दल के कुछ थाने पर पहुँचे और धरना-प्रदर्शन करने लगे।
धरना-प्रदर्शन के दौरान बजरंग दल और गंगोह थाना पुलिस ने एक दूसरे पर अभद्र व्यवहार और टीका-टिप्पणी करने का आरोप लगाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर (Senior Superintendent of Police Akash Tomar) ने एसपीआरए को जांच की कमान सौंप दी, जो कि दोनों ओर के पहलुओं पर गौर करेंगे। एसपीआरए (SPRA) को 5 दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिये गये है, जिसकी बुनियाद पर जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।