एजेंसियां/न्यूज डेस्क (देवांगना प्रजापति): Russia Ukraine War: रूस का सहयोगी बेलारूस जल्द ही यूक्रेन के खिलाफ व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ अब जंग में शामिल हो सकता है, सीएनएन की एक रिपोर्ट में अमेरिका और नाटो (NATO) के अधिकारियों के हवाले से ये बात सामने आयी। रिपोर्ट में दावा किया गया कि बेलारूस के विपक्ष ने हाल ही में दावा किया कि हजारों बेलारूसी सैनिक (Belarusian soldiers) यूक्रेन में खिलाफ रूस के पक्ष में मोर्चा खोलने के लिये तैयार बैठे है। साथ ही वो “अगले कुछ दिनों” में किसी भी वक़्त यूक्रेन के जंगी में मोर्चों को संभाल सकते हैं।
नाटो के एक सैन्य अधिकारी ने सीएनएन (CNN) को बताया कि “(रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन को समर्थन की जरूरत है। ऐसे में बेलारूस कुछ भी करने की तैयार बैठा है। ज़मीनी और हवाई रास्ते की किलेबंदी करने में उनका खासा दबदबा है। साथ ही उनकी स्ट्रैटजिक पोजिशनिंग (Strategic Positioning) से उन्हें टैक्टिकल फायदा (Tactical Advantage) मिल रहा है, जिसका सीधा फायदा बेलारूस मास्को (Moscow) को पहुँचाना चाह रहा है।”
नाटो के एक अन्य खुफिया अधिकारी ने आरोप लगाया कि बेलारूसी सरकार “यूक्रेन के खिलाफ बेलारूसी हमले को सही ठहराने के लिये अपने मुल्क में माहौल तैयार कर रही है।” बता दे कि हाल ही में बीते महीने बेलारूस ने अपना संविधान बदला है ताकि बेलारूस को रूसी सेना (Russian Army) की मदद और परमाणु हथियारों (Nuclear Weapons) का इस्तेमाल करने दोनों ही मामलों में स्थायी रूप से मेजबानी करने की मंजूरी मिल सके।
जैसे ही रूसी-यूक्रेन युद्ध 28वां दिन शुरू हुआ तो यूके की खुफिया रिपोर्ट में कहा गया कि रूसी सैनिकों को कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिसके वज़ह से वो राजधानी कीव (capital Kyiv) पर कब्जा करने में नाकाम दिख रहे है। पूर्वोत्तर से शहर पर आगे बढ़ने वाली रूसी सेना की सप्लाई लाइन और एडवांस ठप्प पड़ गया है। होस्टोमेल (Hostomel) की दिशा से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने वाली ताकतों को यूक्रेन के प्रतिरोध ने खदेड़ दिया है।
कीव के इरपिन उपनगर के मेयर ऑलेक्ज़ेंडर मार्कुशिन (Irpin suburb mayor Alexander Markushin) ने कहा कि यूक्रेनी सशस्त्र बल, क्षेत्रीय रक्षा दल और पुलिस के पास हमारे शहर का 80 फीसदी नियंत्रण है।”
इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच (Oleksiy Erestovich) ने आज (23 मार्च 2022) कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अप्रैल के आखिर तक रूसी हमलों में बड़े पैमाने पर गिरावट आयेगी, क्योंकि रूसी सेना पहले से ही कई इलाकों में ठप्प पड़ती दिख रही है। उनका हौंसला और सप्लाई लाइन दोनों ही टूट गयी है।
स्थानीय टेलीविजन पर बोलते हुए एरेस्टोविच ने कहा कि रूस पहले ही अपने 40 फीसदी हमलावर बलों को खो चुका है, जिसकी वज़ह रूस की ओर से परमाणु युद्ध (Nuclear War) छिड़ने की संभावना भी लगभग ना के बराबर हो चुकी है।