न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): सीएम केजरीवाल (CM Kejriwal) की सुरक्षा चूक में भारी सेंध लगी, जहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनके घर के बाहर लगे दो बैरिकेड्स तोड़ दिये। बीते बुधवार (30 मार्च 2022) दोपहर करीब 1 बजे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर भाजयुमो (BJYM) के कार्यकर्ता तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) की अगुवाई में भारी तादाद में इकट्ठा हुए, जहां उन्होंने हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर सीएम केजरीवाल के बयान के लिये जमकर हंगामा काटा और उनके खिलाफ नारेबाजी की।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने दावा किया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने अरविंद केजरीवाल के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) से तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा कि बदमाशों ने सीएम आवास के बाहर सुरक्षा घेरा भी तोड़ा साथ ही एन्ट्री गेट पर लगे बूम बैरियर (Boom Barrier) को भी तोड़ दिया गया।
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने अपने बयान में कहा कि भाजपा युवा मोर्चा के लगभग 150 से 200 प्रदर्शनकारियों ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर सीएम केजरीवाल के बयान के खिलाफ आईपी कॉलेज के पास लिंक रोड पर मुख्यमंत्री के घर के बाहर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने पेंट भरा डिब्बा सीएम के घर के दरवाजे के बाहर फेंका।
पुलिस टीम ने तुरंत प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाया और करीब 70 लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली पुलिस के कमांडो के साथ जेड प्लस सुरक्षा कवर (Z Plus Protection Cover) के हकदार हैं।
दिल्ली पुलिस द्वारा सीएम अरविंद केजरीवाल को दिये जेड प्लस सुरक्षा कवर में पायलट, एस्कॉर्ट, करीबी सुरक्षा दल और अन्य 47 सादे कपड़े में तैनात सुरक्षा कर्मियों और सीआरपीएफ के 16 वर्दी वाले कर्मी शामिल हैं। शुरुआत में अरविंद केजरीवाल ने जेड प्लस सुरक्षा नहीं ली थी, ये कहते हुए कि ये लोगों के साथ ये सुरक्षा कवर उनकी बातचीत में बाधा डालता है।
भारत में राजनेताओं और मान्यता प्राप्त लोगों को सुरक्षा कवर की पेशकश की जाती है, जिनका जीवन उनके काम या लोकप्रियता के कारण लगातार खतरे में होता है। खतरों के आकलन के मुताबिक सुरक्षा श्रेणी तय की जाती है। इसे पांच ग्रुपों X, Y, Z, Z+, SPG में बांटा जाता है।
ये सुरक्षा कवर एक ऐसे शख़्स को मिलता है, जो वीआईपी, वीवीआईपी, एथलीट, एंटरटेनर्स और अन्य हाई-प्रोफाइल या राजनीतिक हस्तियां हैं। Z प्लस सुरक्षा का उच्चतम स्तर है। लेकिन मौजूदा और पूर्व प्रधानमंत्रियों समेत शीर्ष लोगों को अतिरिक्त एसपीजी सुरक्षा कवरिंग (SPG Protection Covering) मिलती है।
Z प्लस सुरक्षा कवरेज 55 सुरक्षा कर्मियों की वर्कफोर्स सुरक्षा कवर मुहैया करवाती है, जिसमें 10 से ज़्यादा NSG कमांडो और पुलिस अधिकारी शामिल हैं। जेड प्लस सुरक्षा कवरेज में शामिल हरेक कमांडो निहत्थे युद्ध प्रशिक्षण के साथ विशेषज्ञ मार्शल आर्ट ट्रेनिंग हासिल किया हुआ होता है।
जेड प्लस सुरक्षा खास बंदूकों और आधुनिक संचार उपकरणों से लैस एनएसजी कमांडो द्वारा प्रदान की जाती है। देश में जेड प्लस सुरक्षा पाने वाले वीआईपी लोगों में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई दूसरी आला सियासी हस्तियां शामिल हैं।
जेड प्लस सुरक्षा प्रणाली में दो सुरक्षा सेवा अधिकारी (पीएसओ) होते हैं, जो एक साथ वीवीआईपी को सुरक्षा कवर मुहैया करवाते हैं। सुरक्षा हासिल किये हुए वीआईपी के घर में हर एंट्री पर सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। एक चौकीदार, एक स्क्रीनिंग स्टाफ और आगे और पीछे दो वाहन इसमें शामिल होते है।
किसी व्यक्ति को दिये जाने वाले सुरक्षा कवर की इस श्रेणी में एक वाहन को पायलट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, जबकि दूसरे का इस्तेमाल एस्कॉट के तौर पर किया जाता है। सुरक्षा के लिये मुहैया कराये गये दोनों वाहन आमतौर पर दिल्ली पुलिस की जिप्सी या कभी-कभी एंबेसडर या इनोवा कार होते हैं।
इस दौरान करीब दो दर्जन लोग सुरक्षा बैरियर को तोड़कर मुख्यमंत्री के घर के गेट तक पहुंचे। प्रदर्शनकारी दो बैरिकेड्स तोड़कर अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे जहां उन्होंने हंगामा किया और जमकर नारेबाजी की। गेट के बाहर अकेले खड़े सुरक्षा अधिकारी ने उन्हें पीछे हटाने की कोशिश की, लेकिन जब ये साफ हो गया कि प्रदर्शनकारियों की तादाद ज़्यादा है तो वो पीछे हट गये।
प्रदर्शनकारी पेंट का एक छोटा सा बॉक्स ले जा रहे थे, जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे पर फेंका। प्रदर्शनकारियों ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी तोड़फोड़ की गयी। एन्ट्री गेट पर लगे बूम बैरियर को भी तोड़ दिया गया।