न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): Neptune Cruise Missile: लंबे समय से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विश्वासपात्र रहे विक्टर मेदवेदचुक (Viktor Medvedchuk) की गिरफ्तारी के बाद मास्को को एक ओर बड़ा झटका लगा, जब रूस का सबसे बड़ा युद्धपोत काला सागर में तबाह हो गया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने युद्धपोत के तबाह होने की पुष्टि की है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि युद्धपोत पर तैनात चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित मौके से निकाल लिया गया।
आमतौर पर मोस्कवा जैसे स्लाव-क्लास क्रूजर (Slavic-Class Cruiser) के पर लगभग 500 चालक दल के सदस्य होते हैं। घायल या मौत पर फिलहाल कोई अपडेट सामने नहीं आयी है। रूस के प्रमुख काला सागर बेड़े का नाम ‘मोस्कवा’ है, जो गाइडेड मिसाइल (Guided Missile) क्रूजर है। हाल ही में एक यूक्रेनी अधिकारी द्वारा दावा किया कि ओडेसा के तट पर मोस्कवा क्रूजर वॉरशिप (Moskva Cruiser Warship) पर मिसाइल हमला किया गया। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि उनके बलों ने मिसाइलों से जंगी पोत (Warship) पर हमला किया, जबकि रूस ने मोस्कवा में आग लगने की बात कबूलते हुए कहा कि जंगी पोत दुर्घटना का शिकार हुआ ना कि हमले का।
यूक्रेन के ओडेसा ओब्लास्ट के गवर्नर ने ऐलान किया कि क्रूजर को दो नेप्च्यून एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों (Neptune anti-ship cruise missiles) से निशाना बनाया गया था, इन मिसाइलों को यूक्रेन में स्वदेशी रूप से विकसित किया गया था। क्रूजर के मौजूदा साफ नहीं है कि इसे कितना नुकसान हुआ?
जाने Neptune एंटी-शिप क्रूज मिसाइल की ताकत
नेप्च्यून क्रूज मिसाइल यूक्रेन में बनी एंटी-शिप मिसाइल है, जिसे किनारे से जहाज पर दागा जाता है। रूसी बेड़े से टकराने वाली नेप्च्यून क्रूज मिसाइल को यूक्रेन द्वारा विकसित किया गया था। इसे अगस्त 2020 में कमीशंड किया गया। RK-360MT नेपच्यून मोबाइल एंटी-शिप क्रूज मिसाइल है, जो 300 किमी की सीमा के भीतर टारगेट को तबाह करने में सक्षम है।
870 किलोग्राम वजनी और 150 किलोग्राम वॉरहेड (Warhead) ले जाने वाली नेपच्यून मिसाइलें 5,000 टन तक के टारगेट को नष्ट तबाह करने की काबिलियत रखती हैं। नेपच्यून की सीमा लगभग 300 किलोमीटर (186 मील) तक मार कर सकती है और ये 150 किलोग्राम (330 पाउंड से अधिक) तक के हथियार ले जा सकती है।
नेप्च्यून का डिज़ाइन सोवियत Kh-35 एंटी-शिप मिसाइल पर आधारित है, जिसे सतह के युद्धपोतों पर हमला करने के लिये डिज़ाइन किया गया था। यूक्रेन की स्वदेश निर्मित नेप्च्यून क्रूज मिसाइल भी 5,000 टन तक के डिस्प्लेसमेंट के साथ जहाजों का ढ़ोयी जा सकती है।
नेप्च्यून क्रूज मिसाइल दुश्मन के जहाजों पर घेरने के लिये रडार-होमिंग गाइडेंस (Radar-Homing Guidance) का इस्तेमाल करती है। 16 फुट लंबी इंजन से चलने वाली ये मिसाइलें सतह से 9 से 30 फीट की ऊंचाई पर 900 किमी/घंटा तक की रफ्तार से दुश्मन जहाज़ों पर कहर बनकर टूटती है। साल 2020 में यूक्रेनी सेना ने इसे औपचारिक रूप से अपनाया। ये हथियार जंगी बेड़ों, जमीन और हवाई लांचरों पर भी तैनात किया जा सकता है।
एक नेप्च्यून डिवीजन में आम तौर पर छह यूएसपीयू-360 लांचर होते हैं, जो एक बार में 24 एंटी-शिप मिसाइलों के एक सैल्वो को फायर करने में सक्षम होते हैं। नेप्च्यून क्रूज मिसाइल को पहली बार कीव में ‘हथियार और सुरक्षा 2015’ प्रदर्शनी में दिखाया गया था।
अब जाने तबाह हुए मोस्कवा गाइडेड मिसाइल क्रूजर जहाज के बारे में
मोस्कवा को मूल रूप से स्लाव (महिमा) के तौर पर जाना जाता है। ये जंगी पोत स्लाव-श्रेणी गाइडेड मिसाइल क्रूजर जहाज है, जिसे प्रोजेक्ट 1164 अटलांट के नाम से भी जाना जाता है। मॉस्कोवा मिसाइल क्रूजर सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक (USSR) के तत्कालीन संघ द्वारा स्वदेशी रूप से बनाया गया था और अभी भी ये रूसी नौसेना के साथ सेवा में है।
स्लाव को यूक्रेनी शहर मायकोलाइव (Ukrainian city Mykolaiv) के एक शिपयार्ड में रखा गया था, जो कि काला सागर पर प्रमुख जहाज निर्माण केंद्र था, जिसे साल 1976 में रूसी में निकोलेव (Nikolaev) के नाम से जाना जाता था।
ये क्रूजर जहाज़ साल 1983 में सोवियत नौसेना में शामिल किया गया था। साल 1990 में इसे सेवामुक्त कर दिया गया। इसे साल 2000 में रूसी नौसेना द्वारा मोस्कवा के रूप में बहाल किया गया। मोस्कवा मिसाइल क्रूजर 16 एंटी-शिप वल्कन क्रूज मिसाइलों से लैस है, जिनकी रेंज कम से कम 700 किलोमीटर है।
इसे एंटी-टारपीडो (Anti-Torpedo) और माइन-टारपीडो हथियार ले जाने के लिये जाना जाता है। क्रूजर लंबी दूरी की S-300 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defence System) से भी लैस है।