नई दिल्ली (देवागंना प्रजापति): सीएनजी (CNG) की बढ़ती कीमतों के बीच दिल्ली में ऑटो, टैक्सी और कैब चालक संघों के सदस्यों ने आज (18 अप्रैल 2022) से दो दिवसीय हड़ताल करने का फैसला किया। यूनियनें किराया दरों में बढ़ोतरी और ईंधन की कीमतों में कमी की मांग कर रही हैं। दिल्ली सरकार (Delhi Government) की ओर से उनकी समस्याओं के समाधान के आश्वासन के बाद भी हड़ताल खत्म नहीं हुई। दिल्ली सरकार ने समयबद्ध तरीके से किराया संशोधन पर विचार करने के लिये समिति बनाने का ऐलान किया था।
भारतीय मजदूर संघ (Bhartiya Mazdoor Sangh) की इकाई दिल्ली ऑटो एंड टैक्सी एसोसिएशन (Delhi Auto and Taxi Association) ने 18 और 19 अप्रैल को दिल्ली में हड़ताल की घोषणा किया है। उनका दावा है कि इन दो दिनों में भारी तादाद में ऑटो और कैब दिल्ली की सड़कों पर नहीं उतरेंगे।
दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी (Rajendra Soni, general secretary of Delhi Auto Rickshaw Association) ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र और दिल्ली सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि 30 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) को खत लिखकर हमें अपनी मांगों को उनके सामने रखा। जिसमें सीएनजी की कीमतों पर सब्सिडी शामिल है।
उन्होंने आगे कहा कि, “हमें सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। हमने दो दिनों तक विरोध प्रदर्शन किया और अब हड़ताल पर जाने के लिये मजबूर हैं।”
ऑटो और कैब यूनियनों की मांगों को सूचीबद्ध करते हुए सोनी ने कहा कि, ”हम नहीं चाहते कि किराया बढ़े, क्योंकि इससे आम लोगों की जेब पर भी असर पड़ेगा। हमारी एक ही मांग है कि सरकार ईंधन के दाम न बढ़ाये और हमें सीएनजी की कीमतों पर सब्सिडी दे। हम मांग करते हैं कि सरकार सीएनजी की कीमतों पर 35 रुपये प्रति किलो सब्सिडी प्रदान करे।”
सोनी ने आश्वासन दिया कि विरोध शांतिपूर्ण होगा; हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ तत्व सरकार के पक्ष में विरोध को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं। हालांकि ऑटो और टैक्सियों से जुड़ी कई और यूनियनें इस हड़ताल में शामिल नहीं हो रही हैं।
कैपिटल ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष चंदू चौरसिया (Chandu Chaurasia) ने मीडिया को बताया कि ग्रामीण सेवा और ई-रिक्शा 18 और 19 अप्रैल को हड़ताल में हिस्सा नहीं लेंगे।
हालांकि चौरसिया ने भी सीएनजी पर सब्सिडी की मांग का समर्थन किया और कहा कि हमें राहत जरूर मिलनी चाहिये। सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष कमलजीत गिल (Kamaljit Gill) ने कहा कि ओला और उबर कैब ड्राइवर 18 अप्रैल से हड़ताल पर जायेगें। उन्होंने आगे कहा कि, “साल 2015 से ओला और उबर के किराये में इज़ाफा नहीं हुआ है और हमने कई बार इसका विरोध किया है लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इन सात सालों में सीएनजी और पेट्रोल की कीमतें ऊंची बढ़ने लगीं।”
सिंह ने ये भी कहा कि जब तक समस्या का हासिल नहीं हो जाता तब तक धरना नहीं रुकेगा। उन्होंने दावा किया कि उन्हें लखनऊ, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई का समर्थन हासिल है। बता दे कि वहां भी कल (19 अप्रैल 2022) से हड़ताल शुरू होगी। दिल्ली में अभी सीएनजी की कीमत 71.61 रुपये प्रति किलो है।