न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): दिल्ली के जहांगीरपुरी से सांप्रदायिक हिंसा की खब़रे सामने आने के कुछ ही दिनों बाद गुजरात के वडोदरा (Vadodara) इलाके से भी झड़पों की वारदातें सामने आयी, जो कि कथित तौर पर मामूली सड़क दुर्घटना के बाद तेजी से फैली। मारपीट और पथराव की खबरों के साथ ये तनाव जल्द ही हिंसक हो गया।
पुलिस के मुताबिक गुजरात के वडोदरा में सांप्रदायिक झड़पों (Communal Clashes) में दंगाइयों ने पथराव किया, एक धर्मस्थल में तोड़फोड़ की और कुछ गाड़ियों में तोड़फोड की, नतीज़न तीन लोग बुरी तरह घायल हो गये।
मामले पर अधिकारियों ने कहा है कि पुलिस ने रविवार (17 अप्रैल 2022) देर रात हुई। घटना के बाद दंगा करने के आरोप में 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया। तीन अन्य लोगों को दोपहिया वाहनों से हुई सड़क दुर्घटना के संबंध में गिरफ्तार किया गया।
करेलीबाग पुलिस थाने (Karelibagh Police Station) के एक अधिकारी ने कहा कि शहर के रावपुरा इलाके में दो समुदायों के लोगों के दोपहिया वाहनों की सड़क दुर्घटना के बाद ये झड़प हुई।
मामला इतना बढ़ गया कि रावपुरा इलाके से सटे करेलीबाग इलाके में कुछ ही देर में दो समुदायों के लोग जमा हो गये और एक दूसरे पर पथराव कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने आगे कहा कि भीड़ ने सड़क किनारे स्थित एक मंदिर (Temple) में दो ऑटोरिक्शा और इतने ही दोपहिया वाहनों से मूर्ति को तोड़ दिया।
वारदात पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त चिराग कोराडिया (Additional Commissioner of Police Chirag Koradia) ने कहा कि गुजरात में सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और उन पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं जैसे दंगा, गैरकानूनी सभा, घातक हथियार रखना, किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को अपवित्र करने के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होनें आगे कहा कि, “करेलीबाग प्राथमिकी में नामजद सभी 19 लोगों को दंगा करने के आरोप में कल (18 अप्रैल 2022) रात चलाये गये तलाशी अभियान के दौरान गिरफ्तार किया गया। फिलहाल अज्ञात आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।”
ये मामले देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा के मामलों की सिलसिलेवार कड़ी के बाद सामने आया। खासतौर से राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली (New Delhi) में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के मौके पर जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) इलाके में एक समूह द्वारा एक जुलूस पर हमला करने के बाद।
मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश जैसे और अन्य राज्यों में भी हनुमान जयंती और राम नवमी (Ram Navami) पर सांप्रदायिक हिंसा की घटनायें देखी गयी।