नई दिल्ली (शौर्य यादव): जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Riots) के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये पांचों आरोपियों पर दिल्ली पुलिस ने सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया। जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान बीते शनिवार (16 अप्रैल 2022) को हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के मौके पर दो समुदायों के बीच झड़प हो गई, जिसमें आठ पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गया। पुलिस के मुताबिक झड़प के दौरान पथराव और आगजनी हुई साथ ही कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि जिन लोगों पर कड़े कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है, उनमें अंसार और सोनू शामिल हैं, जो हिंसा के कथित ‘मुख्य साजिशकर्ता’ (Main Conspirator) हैं, जिन्हें शनिवार को हिंसा के दौरान वायरल वीडियो में फायरिंग करते देखा गया। इसके सात ही सलीम, दिलशाद और अहीर के खिलाफ भी NSA लगाया गया है।
जहांगीरपुरी हिंसा मामले में एक आरोपी को पिस्टल मुहैया कराने के आरोप में गुल्ली नाम के शख़्स को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुल्ली के अलावा दिलशाद (Dilshad) को भी गिरफ्तार किया गया है और ये दोनों जहांगीरपुरी के रहने वाले हैं।
पुलिस के अनुसार हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले गये जुलूस के दौरान हुई झड़प के सिलसिले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया।
इस बीच पुलिस ने कहा कि जहांगीरपुरी में हालात सामान्य हो रहे है और हिंसा प्रभावित इलाके में भारी सुरक्षा बल (Security Forces) तैनात हैं। पुलिस ने बताया कि गलियों में कुछ दुकानें खुली हैं, ज्यादातर किराना की दुकानें और लोगों की आवाजाही भी सामान्य हो रही है।
इलाके में चौबीसों घंटे 500 से ज़्यादा पुलिस कर्मियों और अतिरिक्त बलों की छह कंपनियों को तैनात किया गया है। पुलिस ने कहा कि आंसू गैस और पानी की बौछारों से लैस वाहनों की कुल 80 टीमों को मौके पर तैनात किया गया है। संवेदनशील इलाकों में छतों की निगरानी के लिये भी ड्रोन (Drone) का इस्तेमाल किया जा रहा है।