न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के मालवाह इलाके (Malwah area of Baramulla district of Jammu and Kashmir) की देर रात (21-22 अप्रैल 2022) जारी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (LeT- Lashkar-e-Taiba) के आला कमांडर समेत चार आतंकवादियों को मार गिराया गया। ऑपरेशन में लश्कर कमांडर यूसुफ कांट्रो (Lashkar Commander Yusuf Kantro) जो कि 10 मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में शुमार था, सुरक्षा बलों ने उसे मौके पर ही ढ़ेर कर दिया। खास इनपुट पर कार्रवाई करते हुए सेना के साथ बडगाम पुलिस (Budgam Police) की विशेष टीम ने मालवाह इलाके में संयुक्त घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया।
तलाशी अभियान के दौरान जैसे ही संयुक्त तलाशी दल संदिग्ध स्थान पर पहुंचा तो छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें एक अधिकारी समेत चार जवान मामूली तौर पर जख़्मी हो गये। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि फायरिंग का मुंहतोड़ ढंग से जवाब दिया गया, जिसके बाद लगातार काउंटर फायरिंग और मुठभेड़ (Counter Firing and Encounter) का दौर शुरू हो गया।
बाद में एसएसपी बारामूला (SSP Baramulla) की अगुवाई में बारामूला पुलिस भी ऑपरेशन में शामिल हो गयी। बारामूला जिले का एक पुलिसकर्मी भी मुठभेड़ में घायल हो गया, बाद में उसे श्रीनगर में सेना के बेस अस्पताल में ले जाया गया। जम्मू और कश्मीर पुलिस के मुताबिक आतंकवादी यूसुफ कांट्रो पहले हिजबुल मुजाहिदीन (HM- Hizbul Mujahideen) में ओवरग्राउंड वर्कर के तौर पर शामिल हुआ था और उसे साल 2005 में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे 2008 में रिहा कर दिया गया था लेकिन वो उसी साल फिर से आतंकवादी ज़मात में शामिल हो गया। 2017 और निर्दोष नागरिकों, पुलिसकर्मियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को उसने मारना शुरू कर दिया।
बाद में वो हिजबुल मुजाहिदीन से लश्कर-ए-तैयबा में चला गया। हालांकि मारे गये दूसरे आतंकी की शिनाख्त अभी नहीं हो पायी है। पुलिस रिकॉर्ड (Police Records) के मुताबिक मारे गये आंतकी कई बार पुलिस और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने, देशद्रोही वारदातों और नागारिक हत्यायों में शामिल रहे है।
मुठभेड़ वाली जगह से आपत्तिजनक सामान, हथियार और गोला-बारूद बरामद (Ammunition Recovered) किया गया। बरामद गये सभी सामानों को आगे की जांच के लिये केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है।