बिजनेस डेस्क (राजकुमार): ABG Shipyard Limited loan scam case: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज (26 अप्रैल 2022) एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के खिलाफ 22,842 करोड़ रुपये के बैंक लोन धोखाधड़ी जांच से जुड़े मामले में मुंबई, पुणे और सूरत में कई जगहों पर तलाशी की। शुरूआती रिपोर्टों में सामने आ रहा है कि ईडी धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत इन शहरों में दो दर्जन से ज़्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है।
बता दे कि ईडी इस साल फरवरी से मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले की जांच कर रहा है, जो जहाज निर्माण कंपनी के पूर्व प्रमोटरों के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा पहले ही दायर की गयी पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के आधार पर है। सीबीआई ने एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड समेत उसके तत्कालीन अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल (Rishi Kamlesh Agarwal) के साथ अन्य लोगों के खिलाफ 22,842 करोड़ रुपये से ज़्यादा के बैंकों के कंसोर्टियम (Consortium Of Banks) को धोखा देने के आरोप में मामला दर्ज किया था।
सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के तत्कालीन कार्यकारी निदेशक संथानम मुथास्वामी, निदेशक अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमल नेवेतिया (Sushil Kumar Agarwal and Ravi Vimal Nevetia) को नामजद किया है। सीबीआई की एफआईआर में एक ओर कंपनी एबीजी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (ABG International Private Limited) को भी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के कथित अपराधों के लिये नामजद किया गया है।