न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते न सिर्फ भारत में बल्कि अन्य मुल्कों में भी पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण लोगों ने सीएनजी (CNG) जैसे अन्य परिवहन साधनों की ओर रुख करना शुरू कर दिया, लेकिन अब राजस्थान (Rajasthan) में सीएनजी की कीमतें लगभग 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गयी हैं।
चित्तौड़ और उदयपुर (Chittor and Udaipur) में एक किलोग्राम सीएनजी की कीमत अब बढ़कर 93.95 रुपये हो गयी हैं, इस बात की बहुत प्रबल संभावना है कि ये जल्द ही 100 रुपये को पार कर जायेगी। हैरत वाली बात ये कि इन दोनों शहरों के मुकाबले सीएनजी की कीमत आसपास के इलाकों में 12 से 14 रुपये सस्ती है। जयपुर (Jaipur) में 1 किलो सीएनजी की कीमत लगभग 81 रुपये है, जबकि दिल्ली में सीएनजी की कीमत 71.61 रुपये प्रति किलो है।
आप सोच रहे होंगे कि राज्य के विभिन्न इलाकों में सीएनजी की कीमतों में इतनी असमानता क्यों है? इसका सीधा ज़वाब ये है कि केंद्र सरकार ने एक ही राज्य में कई निगमों को सीएनजी बेचने का अधिकार दिया है, जिसके परिणामस्वरूप लागत में अहम अंतर आया है।
हाल के दिनों में भारत में नये कार खरीदारों के बीच सीएनजी वाहनों की मांग काफी बढ़ी है, जिसके परिणामस्वरूप कार निर्माताओं ने अपने लाइनअप में नये सीएनजी मॉडल शामिल किए हैं। जो लोग अपनी पेट्रोल कार को सीएनजी में बदलना चाहते हैं, उनके लिये आफ्टरमार्केट सीएनजी क्नवर्जन किट (Aftermarket CNG Conversion Kit) उपलब्ध हैं, हालांकि ध्यान रखें कि ये आफ्टरमार्केट क्नवर्जन आपकी कार की वारंटी का उल्लंघन कर सकता हैं।
सीएनजी वाहनों को पेट्रोल या डीजल वाहनों के मुकाबले ईंधन टैंक (Fuel Tank) को भरने के लिये ज़्यादा वक़्त की जरूरत होती है क्योंकि सीएनजी प्राकृतिक पेट्रोलियम गैसों से बना होता है, जो उच्च दबाव में जमा होती हैं। सीएनजी वाहन मालिकों को कभी-कभी अपने वाहनों को भरने के लिये घंटों लाइन में लगना पड़ता है, और लागत लगभग 100 रुपये तक पहुंचने के साथ ये माना जा सकता है कि सीएनजी वाहन मालिक इससे खुश नहीं होंगे।