न्यूजफ डेस्क (प्रियंवदा गोप): दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (LHMC – Lady Hardinge Medical College) के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (Resident Doctors Association) ने बीते आज (19 मई 2022) ऑन-ड्यूटी रेजिडेंट डॉक्टरों को धमकाने और शारीरिक हमले के मद्देनजर ‘सभी सेवाओं से हटने’ का ऐलान किया। मामला 18 मई का बताया जा रहा है, जब एक मरीज के रिश्तेदार द्वारा महिला डॉक्टर समेत रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया।
घटना का विरोध करते हुए रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ एलएचएमसी (Resident Doctors Association of LHMC) ने अपने जारी खत में लिखा कि- जीवन रक्षकों के साथ इस तरह का क्रूर और अमानवीय व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। इसलिए हम रेजिडेंट डॉक्टर तत्काल प्रभाव से सभी सेवाओं (नियमित और साथ ही आपातकालीन) से हट रहे हैं।
हड़ताल के दौरान डॉक्टरों ने अपनी पांच मांगों को पूरा करने के लिये भी कहा है। जिसमें खासतौर से शामिल है, सभी दोषियों की तत्काल प्रभाव से गिरफ्तारी के साथ एफआईआर (FIR) दर्ज हो, दिल्ली मेडिकेयर सर्विस इंस्टीट्यूशंस (हिंसा की रोकथाम और संपत्ति को नुकसान) अधिनियम 2008 के तहत मामले का पंजीकरण, अस्पताल परिसर के उच्च जोखिम और कमजोर इलाकों में बाउंसरों की तैनाती, तत्काल प्रभाव से क्विक रिएक्शन टीम का गठन और अस्पतालों में एक रोगी-एक रिश्तेदार प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन।
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA– Federation of Resident Doctors Association) इंडिया ने भी लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के तहत कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल (Kalavati Saran Children’s Hospital) में ऑन-ड्यूटी डॉक्टरों पर कथित हमले की निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।