न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): चारा घोटाला के कई मामलों में पिछले पांच साल में दोषी ठहराये जा चुके और जमानत पर बाहर आ चुके राजद प्रमुख लालू यादव नयी परेशान में घिर गये हैं। सीबीआई (CBI) उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक नया मामला दर्ज किया साथ ही दिल्ली और पटना में उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Former Bihar Chief Minister Rabri Devi) के ठिकानों समेत कम से कम 17 जगहों पर छापेमारी कर रही है।
सीबीआई ने यादव पर मनमोहन सिंह सरकार (Manmohan Singh government) में रेल मंत्री रहते हुए भर्ती घोटाले का आरोप लगाया। यादव ने कथित तौर पर उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी देने के लिये उनसे जमीन ली थी।
लालू प्रसाद यादव यूपीए 1 के दौरान रेल मंत्री थे। उस दौरान रेलवे के बेहतर प्रबंधन और नवीन योजनाओं को शुरू करके राजस्व बढ़ाने के लिये मीडिया में उनकी काफी तारीफ प्रशंसा की गयी थी। प्रबंधन के अपने मॉडल पर लेक्चर के लिये उन्हें आईआईएम (IIM) समेत कई प्रबंधन स्कूलों द्वारा बुलाया गया था।
लालू यादव को दिसंबर 2017 में देवगढ़ कोषागार (Deogarh Treasury) मामले के सिलसिले में जेल भेजा गया था, जो कि चारा घोटाले की जांच से जुड़ा था। दुमका मामले में उन्हें 14 साल जेल की सजा सुनाई गयी थी। डोरंडा कोषागार (Doranda Treasury) मामले में इस साल फरवरी में यादव पर 60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था और पांच साल की सजा सुनाई गयी थी।
उन्हें पिछले महीने जमानत पर रिहा किया गया था। लालू यादव की तबीयत ठीक नहीं है और उन्हें कई मौकों पर अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।