जनरल कासिम सुलैमानी की मौत के बाद दुनियाभर की नज़रें ईरान और अमेरिका के रणनीतिक फैसलों की ओर थी। नाज़ुक हालातों के बीच कई घटनायें घटी। ईरान ने इराक में अमेरिकी एयरबेस पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया, अमेरिकी राष्ट्रपति की युद्ध संबंधी ताकतों को अमेरिकी कांग्रेस ने काम किया। डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा- ईरानी ज़वाबी हमले में अमेरिकी सम्पत्तियों और सैन्य बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। साथ ही कहा भविष्य में ईरान ने अमेरिकी सैन्य बलों, रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की तो अन्ज़ाम गंभीर होगें। इस पूरे प्रकरण के दौरान एक घटना और घटी जिसने ईरान पर अन्तर्राष्ट्रीय दबाव बेहद बढ़ा दिया, वो थी यूक्रेन के एक नागरिक विमान की क्रैशिंग।
यूक्रेन का विमान हुआ था क्रैश
अमेरिका और ईरान के तनाव भरे माहौल के बीच तेहरान से यूक्रेन के कीव के लिए एक नागरिक विमान उड़ान भरी थी। जिसके क्रैश होने की खब़र उस दिन आयी थी, जब ईरान ने इराक में अमेरिकी एयरबेस पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। इस विमान में हादसे में सभी सवार लोग मारे गये थे। शुरूआती जांच के लिए ईरान ने यूक्रेन को सहयोग करने से मना कर दिया था। इसी बीच कनाडा ने भी ईरान पर यूक्रेनी विमान का ब्लैक बॉक्स सौंपने के लिए कूटनीतिक दबाव बनाना शुरू कर दिया था। घटना को लेकर पेंटागन ने यूक्रेन को कुछ अहम सुराग भी दिये थे।
हादसे की जिम्मेदारी ईरान ने ली
इस पूरे मामले पर ने ईरान अब खुलकर अपनी भूमिका को स्वीकार लिया है। ईरानी सैन्य बलों ने औपचारिक घोषणा करके कहा है कि- इस हादसे के पीछे इंसानी भूल है, हम इसकी जिम्मेदारी लेते है। हालांकि हादसे में ईरान के भूमिका की पुष्टि चार देश पहले भी कर चुके है। इस खब़र को सबसे पहले समाचार एजेंसी एसोशिएट प्रैस ने जारी किया था।
ईरान ने मामले पर दुख जताते हुए जांच की बात कही
ईरानी विदेश मंत्री इसके लिए अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिका को दोषी बताया, जिसकी वज़ह से क्षेत्र में तनाव बढ़ा। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा- मारे गये सभी लोगों के परिवारों से हम अपनी संवेदनायें ज़ाहिर करना चाहते है। मामले की जांच के लिए आदेश जारी कर दिये गये है। दोषियों को बख़्शा नहीं जायेगा। हालांकि ईरान ने अपने कुबूलनामें में ये नहीं बताया कि, विमान बैलिस्टिक मिसाइलों का निशाना बना है या फिर ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम का।