स्पोर्ट्स डेस्क (नरसिम्हन नायर): Sports: बीते मंगलवार (24 मई 2022) को केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारत की तीरंदाजी और मुक्केबाजी टुकड़ियों को सम्मानित किया, जो कि कोरिया में विश्व कप और तुर्की में महिला विश्व चैम्पियनशिप से लौटे हैं।
सम्मान कार्यक्रम इंदिरा गांधी स्टेडियम (Indira Gandhi Stadium) में SAI के नेशनल ऐक्सीलेंस सेंटर में आयोजित किया गया था, यहां पर देशभर के शानदार मुक्केबाजों के लिये ट्रेनिंग ग्राउंड भी है। भारत ने पिछले कुछ दिनों में तीरंदाजी विश्व कप में 5 और महिला मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप में 3 पदक जीते हैं। 16 भारतीय तीरंदाजों ने पुरुष कंपाउंड तीरंदाजी में एक स्वर्ण, 1 रजत और 3 कांस्य पदक जीते, जबकि महिला मुक्केबाजों ने विश्व चैम्पियनशिप स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीते।
बॉक्सर निकहत ज़रीन (Boxer Nikhat Zareen) जिन्होंने अपनी वेट कैटीगिरी में विश्व चैम्पियनशिप का स्वर्ण जीता वो ऐसा करने वाली पाँचवीं भारतीय महिला बनीं, ने इस कार्यक्रम में जोशखऱोश के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा कि, “मैं आज यहाँ विश्व चैंपियन के तौर पर खड़ी हूँ और मैं यहाँ फिर से ओलंपिक पदक विजेता के तौर पर वापसी करूंगी” पदक विजेता मुक्केबाज मनीषा मौन और परवीन ने भी कांस्य पदक हासिल किया।
निकहत के जोश की तारीफ करते हुए केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Union Sports Minister Anurag Thakur) ने कहा कि, “हमारी बेटियों ने हमें गौरवान्वित किया है। एक वक़्त था जब माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के बारे में बोलते थे और अब ये नारा फल दे रहा है।
निखत ने कहा कि- हम रूकना नहीं चाहते; हम और मेडल जीतना चाहते है। हमें आप सभी के इस जुनून और समर्पण की जरूरत है। हमें आगे बढ़ते रहना है। आप (खेलमंत्री) जमीनी स्तर के एथलीटों के लिये प्रेरणा हैं। TOPS योजना ने सुनिश्चित किया है कि सभी को सुविधायें मिले। हमने आज जो हासिल किया है उसका जश्न मनाना चाहिये लेकिन हमेशा अगली बड़ी चैंपियनशिप के लिये लक्ष्य की ओर ध्यान रखना होगा। आइये ओलंपिक 2024 में भारत के लिये और पदक लाये।”
सम्मान कार्यक्रम के लिये मौजूद लोगों से पदक विजेताओं के लिये अपनी प्रशंसा दिखाने का आग्रह करते हुए, अनुराग ठाकुर ने कहा कि, “उन्होंने इन पदकों को जीतने के लिये बहुत मेहनत की है, मुझे यकीन है कि हम उन्हें ये दिखाने के लिये कड़ी मेहनत कर सकते हैं कि ये जीत देश के लिये कितनी मायने रखती है। हमें अपने एथलीटों की तारीफ करने के लिये आगे आना होगा। हम इसकी आदत डालनी होगी, क्योंकि वो देश के लिये कठिन मेहनत के दौर से गुज़रते है।” ये कहते उन्होंने एक अनोखे इशारे में लंबे समय तक ताली बजायी।
विजेता तीरंदाजी टीम में पुरुषों की कंपाउंड तीरंदाजी टीम (Compound Archery Team) और व्यक्तिगत पदक, महिला कंपाउंड टीम, मिक्स्ड कंपाउंड टीम और महिला रिकर्व टीम शामिल थीं। अभिषेक वर्मा, रजत चौहान और अमन सानी की पुरूष कंपाउंड टीम ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि पुरूषों की कंपाउंड तीरंदाजी में एकमात्र व्यक्तिगत रजत पदक मोहन भारद्वाज ने जीता। महिला कंपाउंड टीम की मुस्कान किरार, अवनीत कौर, प्रिया गुर्जर, मिक्स्ड कंपाउंड टीम की अभिषेक वर्मा, अवनीत कौर और महिला रिकर्व टीम की रिधि, कोमोलिका बारी और अंकिता भकत ने तीन कांस्य पदक जीते।
टूर्नामेंट के अपने अनुभव को साझा करते हुए अभिषेक वर्मा ने कहा कि, “हम एशियाई खेलों की तैयारी कर रहे थे इसलिये टीम अब शानदार फॉर्म में है। सटीकता और तकनीकी पहलुओं के मामले में भारत की तीरंदाजी में बेहतरीन सुधार हुआ है। महासंघ और सरकार के बुनियादी ढांचे, कोचिंग, एक्सपोजर और शिविरों के मामले में चौतरफा समर्थन के साथ, हम इतना कुछ हासिल करने में कामयाब हैं। आगे भी ये रफ्तार जारी रहेगी और जून में जैसे ही हम विश्व कप के अगले चरण में जायेगें, हम और पदकों के साथ वापसी करेंगे।
बॉक्सिंग इवेंट में बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह और महासचिव हेमंत कलिता ने हिस्सा लिया, जबकि तीरंदाजी कार्यक्रम में कोर कमेटी अर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Archery Association of India) के सदस्य वीरेंद्र सचदेवा ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान एसएआई के महानिदेशक संदीप प्रधान, युवा मामलों के मंत्रालय के संयुक्त सचिव, सीईओ टीओपीएस, कमोडोर गर्ग, और एलएस सिंह ने इस मौके पर अपनी मौजूदगी दर्ज करवायी।