न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Sidhu Moose Wala Murder: लोकप्रिय पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसे वाला की मौत ने पंजाब में सियासी हवा पैदा कर दी है, कांग्रेस पार्टी (Congress Party) और कई विपक्षी पार्टियों ने इल्ज़ाम लगाया है कि ये “राजनीति से प्रेरित” हत्या थी, साथ ही उन्होनें आम आदमी पार्टी सरकार की आलोचना भी की।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह वारिंग (Punjab Congress chief Amarinder Singh Waring) ने कहा कि- पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति पर कई सवाल उठाये जाने के बाद पंजाब में आप सरकार को कुर्सी छोड़ने की जरूरत है, जब सिद्धू मूसे वाला को अंजान लोगों ने खुलेआम गोली मार दी।
वारिंग ने पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) के साथ गायक के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिये बीत रविवार (29 मई 2022) सिद्धू मूसे वाला के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने पंजाब में आप सरकार से इस्तीफा देने की मांग की।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “ये वारदात सरकार की नाकामी और पुलिस की नाकाबिलियत की वज़ह से हुई। इसकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सिटिंग जज से कराने की जरूरत है। ये राजनीतिक हत्या (Political Murder) है। राज्य सरकार को इस्तीफा देना चाहिए।”
पंजाब पुलिस (Punjab Police) पर निशाना साधते हुए वारिंग ने आगे कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है और पुलिस बल को शर्म आनी चाहिए। इसके अलावा कांग्रेस नेता ने कहा कि वो उच्च न्यायालय जाएंगे और मूसे वाला के लिये इंसाफ की मांग करेंगे।
अमरिंदर सिंह वारिंग आगे ने कहा कि- पंजाब के पुलिस महानिदेशक वीके भावरा (Punjab Director General of Police VK Bhavra) को शर्म आनी चाहिये क्योंकि राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है। इसके बजाय वो ये कहकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है कि ये गैंगवॉर और वर्चस्व की लड़ाई थी। हम हाईकोर्ट जाएंगे और इस मामले में जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। अगर हमें इंसाफ नहीं मिला तो हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) से भी मिलेंगे।
बता दे कि सिद्धू मूसेवाला की अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी, जब वो अपने चचेरे भाई और दोस्तों के साथ मानसा के जवाहर के गांव जा रहे थे। ये भी बताया जा रहा है कि उनकी कार पर तीन अलग-अलग हथियारों से गोलियां चलायी गयी, जिससे सिद्धू की तुरंत मौके पर मौत हो गयी और उनके साथी बुरी तरह जख़्मी हो गये।