न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Indian Railway: ट्रेन में ज़्यादा सामान ले जाना आपको महंगा पड़ सकता है। सामान ज्यादा होगा तो सफर का मजा आधा रह जायेगा। ज़्यादा सामान होने के हालात में पार्सल ऑफिस में जाकर सामान बुक करायें। सूत्रों के मुताबिक हाल के दिनों में चेन खींचने की घटनाओं में भारी इज़ाफे और यात्रियों की असुविधा को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन (Railway Administration) ने यात्रियों को सफर के दौरान एक्सट्रा सामान ले जाने के बारे में चेतावनी दी है।
मामले पर रेलवे अधिकारी ने कहा कि, “हालांकि ट्रेन से सफर करते समय सामान ले जाने की एक सीमा होती है, लेकिन कई यात्री ट्रेन में बहुत सारा सामान लेकर सफर करते हैं, जिससे अन्य यात्रियों को काफी असुविधा होती है। देश में रेलवे हमेशा लंबी दूरी के लिये आम लोगों की खासा पसंद रहा है। मुसाफिर फ्लाइट के मुकाबले ट्रेन में सफर के दौरान ज़्यादा सामान के साथ यात्रा कर सकते हैं।
चैन पुलिंग (Chain Pulling) अब रेलवे के साथ-साथ आम यात्रियों के लिये भी एक समस्या बन गयी है। सीआर के एक अधिकारी ने मामले पर कहा कि, “1 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच सीआर के मुंबई डिवीजन (Mumbai Division) में अलार्म चेन खींचने के लगभग 332 मामले सामने आये। इनमें से सिर्फ 53 मामलों को सही ठहराया गया। एक्सट्रा सामान लोडिंग और अनलोडिंग में ज़्यादा वक्त लेता है और ये है चेन पुलिंग के बढ़ते मामलों के पीछे बड़ा कारण है।
29 मई को रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लोगों को सफर के दौरान ज़्यादा सामान लेकर सफर नहीं करने की सलाह दी। मामले पर मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा कि, “सामान ज़्यादा होगा तो सफर का मज़ा आधा होगा! ज़्यादा सामान लेकर ट्रेन से यात्रा न करें। ज़्यादा सामान के मामले में पार्सल ऑफिस में जायें और सामान बुक करें”
रेलवे के मौजूदा नियमों के मुताबिक यात्री ट्रेन में सफर के दौरान सिर्फ 40 से 70 किलो सामान ही ले जा सकते हैं। दरअसल रेलवे के कोच के हिसाब से लगेज का वजन अलग-अलग होता है। स्लीपर, एसी चेयर कार और एसी थ्री टियर कोच में यात्री 40 किलो तक वजन उठा सकते हैं। सेकंड एसी कोचों में यात्री 50 किलो तक और एसी क्लास में यात्री 70 किलो तक ले जा सकते हैं। जनरल डिब्बे में ये सीमा सिर्फ 35 किलो है।
अगर कोई ज़्यादा सामान के साथ सफर करते पाया जाता है तो उसे एक्स्ट्रा सामान के लिये अलग से किराया देना होगा जो सफर की दूरी के मुताबिक अलग-अलग है।