एजेंसियां/न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): Nupur Sharma Controversial Remark Row: कई सियासी पार्टियों और इस्लामी आंदोलन बांग्लादेश (IAB- Islamic Movement Bangladesh), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम बांग्लादेश (Jamiat Ulema-e-Islam Bangladesh) और इस्लामी ओइक्याजोते के लोगों ने ढ़ाका में शुक्रवार (10 जून 2022) दोपहर को नमाज के बाद देश भर में भाजपा नेताओं द्वारा पैगंबर मुहम्मद साहब पर दिये गये आपत्तिजनक बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इन इस्लामिक अनुयायियों ने सभी से भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने का भी आह्वान किया। खास बात ये रही कि बांग्लादेश में पाकिस्तान समर्थक राजनीतिक दलों ने भी इस प्रदर्शन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आईएबी प्रमुख और चारमोनई पीर सैयद रेजाउल करीम (Charmonai Pir Syed Rezaul Karim) जिन्हें 1971 का युद्ध अपराधी माना जाता है, वो अब इस मामले में अगले सामूहिक जुलूस की अगुवाई करेंगे।
बैतुल मुकर्रम (Baitul Mukarram) में राष्ट्रीय मस्जिद के दक्षिणी गेट पर बुए विरोध प्रदर्शन में आईएबी नेताओं ने कहा कि वो ढाका में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission in Dhaka) की ओर एक बड़ा सामूहिक जुलूस निकालेंगे और इंडियन हाईकमीशन को ज्ञापन सौंपेंगे कि अगर पैगंबर पर टिप्पणी करने वालों बड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है तो ऐसे में माना जायेगा कि उनके साथ अन्याय हो रहा है। मौके पर मौजूदा प्रदर्शनकारियों ने भाजपा नेताओं के बयान की निंदा करते हुए बांग्लादेशी संसद (Bangladeshi Parliament) में विरोध प्रस्ताव लाने की भी मांग की।
इस्लामवादियों के सौ से ज़्यादा गुटों ने पूरे बांग्लादेश में प्रदर्शन किया, जिसमें नबीनगर-चंद्र राजमार्ग (Nabinagar-Chandra Highway) को रोकना खासतौर से शामिल था। चटगांव में उग्र प्रदर्शनकारियों ने चौकबाजार, एंडरकिला, हथजारी (Chowkbazar, Enderkila, Hathjari) और अन्य कई इलाकों में विरोध रैली का आयोजन किया। नारायणगंज (Narayanganj) में “नारायणगंज उलेमा परिषद” के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने शहर में डीआईटी रेलवे मस्जिद परिसर (DIT Railway Masjid Complex) के बाहर जुलूस निकाला।
प्रदर्शन में वक्ताओं ने सरकार से राजनयिक कदम उठाने और टिप्पणी की निंदा करने का आह्वान किया। पबना, मानिकगंज और खुलना (Pabna, Manikganj and Khulna) से भी विरोध प्रदर्शन की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।