Saharanpur Violence: सहारनपुर दंगों का संदिग्ध मुख्य अभियुक्त हिरासत में, जिला पुलिस लगातार NSA के सम्पर्क में

न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): Saharanpur Violence: उत्तर प्रदेश पुलिस ने सहारनपुर में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के पीछे मुख्य साजिशकर्ता होने का शक जताते हुए बीते रविवार (12 जून 2022) को एक 18 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया। मामले पर जिला पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्त मुजम्मिल जो कि एक मदरसे का छात्र है। मुजम्मिल के कहने पर ही भीड़ भड़की थी, साथ ही उसने उकसावे वाली तकरीरें करके भीड़ को पथराव और आगजनी करने के आगे बढ़ाया।

बता दे कि सहारनपुर और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई हिस्सों में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के विरोध में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये थे। मामले पर सहारनपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार (Saharanpur Superintendent of Police Rajesh Kumar) ने कहा कि- दंगों में शामिल 2 लोगों की पहचान की गयी और ये पाया गया कि उनके पास अवैध निर्माण थे। बुलडोजर लाये गये और उनके घरों को गिरा दिया गया। मुज़म्मिल (18) ने ही विरोध में शामिल होकर मॉब को हिंसात्मक कार्रवाई के लिये मोबालाइज़ किया। वो एक मदरसे में पढ़ता है।

एसपी राजेश कुमार ने आगे कहा कि, “एक अन्य बालिग आरोपी सलमान ने विरोध करने के लिये कई पोस्टर छापवाये। उस पर मामला दर्ज किया गया है और उसे जेल भेजा जायेगा। घटना के लिये किसी भी तरह की विदेशी ‘फंडिंग’ की कोई संलिप्तता सामने नहीं आयी है। मामले में अब तक 82 को गिरफ्तार किया गया है। हमें सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिसके जरिये हम उनकी पहचान कर रहे हैं। हम ठोस सबूत मिलने के बाद ही कार्रवाई कर रहे हैं”

पुलिसिया सूत्रों के हवाले से सामने आ रहा है कि आरोपी सलमान ने निलंबित बीजेपी नेता नुपुर शर्मा (BJP leader Nupur Sharma) के पोस्टर छपवाने और उसे बांटने में अहम भूमिका निभाई थी। दंगाइय़ो ने कुछ पोस्टर जमीन पर भी चिपका दिये ताकि विरोध करते हुए लोगों के पैर उनके (नुपूर शर्मा) चेहरे पर आ जाये। पुलिस ने मामले में ‘ए वन प्रिंटिंग प्रेस’ के मालिक शमशेर को भी गिरफ्तार किया।

मामले पर शमशेर की पत्नी ने कहा कि, “प्रिंटिंग प्रेस में सिर्फ बैनर और होर्डिंग छपते हैं, पैम्फलेट नहीं। हमारा परिवार हिंसा वाले दिन मंसूरी में था, सहारनपुर में नहीं। मेरे पति के खिलाफ आरोप बेबुनियादी हैं।

गौरतलब है कि सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (Saharanpur Senior Superintendent of Police Akash Tomar) आकाश तोमर ने बीते शनिवार (11 जून 2022) को बताया कि हिंसक विरोध प्रदर्शन में आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई करने के लिये सहारनपुर प्रशासन, विकास प्राधिकरण, मजिस्ट्रेट, राजस्व टीम, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की है। एसएसपी तोमर ने आगे कहा कि- “दो गिरफ्तार आरोपियों के आवासीय परिसर अवैध थे और बिना प्रशासनिक मंजूरी के बने थे। मामले में ज्यादा से ज्यादा दंगाईयों का शिनाख़्त की जा रही है। सभी तरह की कानून कार्रवाईयों को बेहतर तरीके से कोर्डिनेट कर अंज़ाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही हम लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA- National Security Agency) के सम्पर्क में बने हुए है। दंगाईयों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत आगे भी कार्रवाई की जायेगी।

उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने विरोध और हिंसा पर को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को सूबे में “असामाजिक तत्वों” के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिये स्पष्ट निर्देश दिये। मामले पर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि- “सीएम ने असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिये अधिकारियों को खुले और साफ निर्देश दिये हैं। कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जायेगा।”

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