नई दिल्ली (दिगान्त बरूआ): केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि वो चार सालों के लिए भारतीय सेना में सैनिकों की भर्ती करेगी, इसे अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) नाम दिया गया। जाहिर तौर पर पेंशन के बढ़ते बोझ को कम करने और सेना (Indian Army) के आकार को छोटा कर उनकी कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिये मोदी सरकार (Modi government) ने कदम उठाया है। सरकार सभी भर्तियों में से सिर्फ 25 फीसदी को पूरे 15 साल के कार्यकाल के लिये सेवा का विस्तार देने का विकल्प देगी। ये 25 प्रतिशत सैनिक सबसे बेहतरीन ऑप्रेशंस को अंज़ाम देने वाले सैनिक होंगे। बाकी के बचे 75 फीसदी सैनिकों को सेना से निकाल दिया जायेगा।
केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया है कि निकाले जाने वाले ज़वानों नये सिरे से करियर की शुरूआत के लिये और उच्च शिक्षा हासिल करने में उनकी मदद की जायेगी। गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF- Central Armed Police Forces) के लिये भर्ती अभियान के दौरान अग्निवीरों प्राथमिकता दी जायेगी। कई राज्यों ने पेशकश की है कि सशस्त्र बलों (Armed Forces) से रिटायरमेंट पाने वालों को पुलिस भर्ती में वरीयता दी जायेगी।
अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर सैनिकों को कितनी मिलेगी तनख्वाह?
अग्निवीर सैनिक का पहले साल का मासिक वेतन 30,000 रुपये होगा। हालांकि उन्हें सिर्फ 21,000 रुपये ही मिलेंगे। उनके वेतन से हर महीने 9,000 रुपये की कटौती की जायेगी। ये पैसा एक बचत कोष में जाएगा। केंद्र सरकार इस बचत कोष में उतना ही योगदान देगी, जितना कि अग्निवीर की तनख्वाह से काटकर इसमें इकट्ठा किया गया हो। ये रकम एक महीने की सैलरी के 30 फीसदी के बराबर होगी। चार साल सेना छोड़ने पर अग्निवीर सैनिकों को लगभग 11.77 लाख रूपये एकमुश्त भुगतान किया जायेगा। इस बचत कोष को कॉर्पस सेवा निधि (Corpus Service Fund) कहा जायेगा और सेवा निधि पैकेज को आयकर से छूट दी जायेगी।
दूसरे साल के लिये अग्निवीरों का कुल वेतन 33,000 रूपये होगा। सेवा निधि पैकेज के लिये 30 प्रतिशत की कटौती की जायेगी। तीसरे साल के लिये तनख्वाह 36,500 रूपये होगी। चौथे साल के लिये वेतन 40,000 रूपये होगा। ये सैनिक ग्रेच्युटी हासिल करने हकदार नहीं होंगे।
अग्निवीरों के लिये कोई भविष्य निधि (Provident Fund) कटौती नहीं होगी क्योंकि ये सेवा निधि कर्मचारी भविष्य निधि योजना (Employees Provident Fund Scheme) की तरह ही है। सैनिकों को उनकी सेवा अवधि के लिये 48 लाख रूपये का मुफ्त बीमा कवर मिलेगा।
आखिर केंद्र ने क्यों तैयार की अग्निपथ योजना?
केंद्र सरकार अग्निपथ योजना को दशकों पुरानी भर्ती प्रक्रिया के बेहद जरूरी बदलाव के तौर पर पेश कर रही है। सरकार का दावा है कि इस योजना से सेना के तीनों अंगों की आयु प्रोफ़ाइल (Age Profile) में सुधार होगा। सेना ने कहा कि अग्निवीर योजना से औसत आयु 32 से घटाकर 26 करने में भी मदद मिलेगी।
बता दे कि इस योजना को दो साल की बातचीत के बाद लागू किया गया। तीनों सेना प्रमुख इस योजना से पूरी तरह सहमत हैं। इस योजना को लागू करने से सरकार को सेना के आधुनिकीकरण (Modernization of The Army) के लिये ज़्यादा पैसा खर्च करने में मदद मिलेगी।