Kabul Blast: गुरूद्वारा श्री गुरू हर राय साहिब में हुआ बड़ा बम धमाका

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul, the capital of Afghanistan) में आज (18 जून 2022) तड़के सुबह गुरूद्वारे में बम धमाका हुआ। गुरूद्वारे (Gurdwara Sri Guru Har Rai Sahib) से जुड़े सेवादार ने बताया कि फिलहाल ये साफ नहीं हो पाया है कि धमाका में कितने लोग हताहत हुए। सेवादार गुरूनाम सिंह (Sewadar Gurunam Singh) ने मीडिया को बताया कि- “श्री गुरूद्वारा साहिब के अंदर लगभग 30 लोग थे। हम नहीं जानते कि उनमें से कितने जिंदा हैं या कितने मरे। तालिबान हमें अंदर नहीं जाने दे रहे हैं, हमें नहीं पता कि क्या करना चाहिये।” बता दे कि फिलहाल तालिबान के अधिकारियों ने इस बम धमाके की पुष्टि नहीं की है।

चीनी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ (Xinhua) के मुताबिक गुरुद्वारे के पास से कम से कम दो विस्फोट होने की खबर है। टोलो न्यूज ने भी ट्वीट बताया कि, “काबुल शहर के करते कार्त-ए-परवान इलाके में धमाकों की आवाज सुनी गयी। फिलहाल धमाकों की वज़ह का खुलासा नहीं हो पाया है।”

बता दे कि पिछले साल अक्टूबर में काबुल के कार्त-ए-परवान जिले (Kart-e-Parwan District) के गुरुद्वारे में 15 से 20 आतंकियों ने घुसकर गार्डों को बांध दिया था। इसके अलावा मार्च 2020 में काबुल के शॉर्ट बाजार (Short Market) इलाके में श्री गुरू हर राय साहिब गुरुद्वारे पर घात लगाकर हमला किया गया, जिसमें इस्लामिक स्टेट (Islamic State) के आतंकवादियों ने 27 सिखों को मौत के घाट उतार दिया था। इस बीच इस महीने की शुरुआत में 11 जून को काबुल के 10वें जिले के बटखक स्क्वायर (Batak Square) में हुए विस्फोट में कई लोग घायल हो गये थे।

इस साल 25 मई को बल्ख प्रांत (Balkh Province) की राजधानी में तीन बम धमाके हुए, जिसमें कम से कम 9 लोग मारे गये और 15 अन्य घायल हो गये थे। इस बीच ठीक उसी दिन काबुल शहर की मस्जिद शरीफ हजरत जकारिया (Masjid Sharif Hazrat Zakaria) में हुए धमाके में कम से कम दो नमाजियों की मौत हो गयी।

अफगानिस्तान में महिलाओं और मानवाधिकारों के लिये अमेरिका की विशेष दूत ने बल्ख और काबुल में हुए हमलों के जवाब में रीना अमीरी ने कहा कि तालिबान (Taliban) को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और अत्याचारों को रोकना चाहिए। अमीरी ने ट्वीट कर लिखा कि, “मज़ार और काबुल में हुए जघन्य हमलों का कोई मकसद नहीं है, बल्कि निर्दोष अफगानों पर और तबाही मचाना है।”

इसके अलावा इससे पहले काबुल के चौथे पुलिस जिले में एक ट्रैफिक चौराहे पर हुए धमाके में हजरत जेकरिया मस्जिद में कम से कम 30 लोग मारे गये और अन्य घायल हो गये।

गौरतलब है कि तालिबान को आईएसआईएस की खुरासान शाखा (Khorasan branch of ISIS) से गंभीर सुरक्षा खतरे का सामना करना पड़ा रहा है, जो कि साल 2014 से अफगानिस्तान में एक्टिव है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) ने अफगानिस्तान में हाल में हुए हमलों की निंदा की, इन धमाकों में कई अफगानी नागारिक मारे गये। जिसमें हजारा शिया समुदाय (Hazara Shia Community) के लोग और कई बच्चे शामिल है।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More