न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): राजस्थान के उदयपुर में दर्जी की जघन्य हत्या (Udaipur Tailor Murder) मामले में एसओजी एडीजी अशोक कुमार राठौर, एटीएस आईजी प्रफुल्ल कुमार, एसपी और अतिरिक्त एसपी समेत विशेष जांच दल (SIT) का गठन बीते मंगलवार (28 जून 2022) को इस भीषण हत्या की जांच के लिये किया गया है।
इससे पहले मामले की जांच के लिये राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम उदयपुर भेजी गयी। भाजपा की निलंबित पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Former BJP spokesperson Nupur Sharma) के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करने के आरोप में पीड़ित का दिन दहाड़े बेरहमी से सिर कलम कर दिया गया। बर्बर घटना की खबर फैलने के बाद उदयपुर शहर के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गयी।
तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए राजस्थान सरकार (Government of Rajasthan) ने मंगलवार को कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये राज्य भर में अगले 24 घंटों के लिये इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी। अधिकारियों ने अगले एक महीने के लिये राज्य के सभी जिलों में धारा 144 भी लगा दी है। एडीजी कानून व्यवस्था हवा सिंह घुमेरिया ने कहा कि राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में मंगलवार रात आठ बजे से अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए करीब 600 पुलिसकर्मियों को उदयपुर भेजा गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत कई नेताओं ने इस घटना की निंदा की।
इस तरह सामने आयी वारदात?
राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल (Tailor Kanhaiyalal) की दो लोगों ने कथित तौर पर भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने के कारण हत्या कर दी। दर्जी की गर्दन पर धारदार हथियार से हमला किया। पुलिस ने कहा कि एक अन्य हमलावर गौस मोहम्मद (Ghaus Mohammed) ने अपने मोबाइल फोन में वारदात रिकॉर्ड कर लिया। ये वारदात भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा से जुड़ी है, जिन्होंने पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।
घटना के तुरंत बाद दोनों लोगों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें दोनों के हाथों में धारदार हथियार देखे गये, कथित वीडियो में दोनों ही सिर काटने की शेखी बघार रहे थे। पुलिस ने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देने की हद तक चले गये। घटना के कुछ ही घंटों के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि केंद्र इस भीषण हत्या को एक आतंकी हमला मान रहा है और मंगलवार रात आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी एनआईए की एक टीम मौके पर भेजी गयी। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि कड़े आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद मामले को जांच के लिये एनआईए को सौंपे जाने की संभावना है।