नई दिल्ली (मातंगी निगम): संसद का मानसून सत्र (Monsoon Session of Parliament) शुरू होने से ठीक पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज (18 जुलाई 2022) विपक्षी सांसदों से सत्र को उत्पादक बनाने के लिये खुले दिमाग से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का आग्रह किया। उन्होंने संसद के मानसून सत्र से पहले मीडियाकर्मियों से कहा कि- “ये वक़्त बेहद अहम है। ये आजादी का अमृत महोत्सव का दौर है। 15 अगस्त और आने वाले 25 सालों की खास अहमियत है- जब देश आज़ादी के 100 साल मनायेगा। ये संकल्प करने का समय होगा। नई यात्रा तय करते हुए हमे नई ऊंचाइयों छूनी है”
उन्होंने आगे कहा कि, “संसद में खुले दिमाग से बातचीत होनी चाहिये, जरूरत पड़ने पर बहस होनी चाहिये। मैं सभी सांसदों से आग्रह करता हूं कि इस सत्र को जितना संभव हो उतना उपयोगी और उत्पादक बनाने के लिये इस पर गहराई से विचार करें और मुद्दों पर चर्चा करें।”
प्रधानमंत्री ने आगामी राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनावों (Presidential and Vice Presidential Elections) के बारे में भी जानकारी दी। जिस पर उन्होनें कहा कि- “ये सत्र इसलिए भी अहम है क्योंकि अभी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पद के लिये चुनाव हो रहे हैं। आज (राष्ट्रपति चुनाव के लिए) मतदान हो रहा है। इस दौरान नये राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति देश का मार्गदर्शन करना शुरू करेंगे।”
बता दे कि संसद का मानसून सत्र आज से शुरू होगा और 12 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र के दौरान 18 बैठकें होंगी। इस तथ्य को देखते हुए अहम है कि इस अवधि के दौरान राष्ट्रपति चुनाव और उपराष्ट्रपति चुनाव होंगे। राष्ट्रपति का चुनाव आज (18 जुलाई 2022) हो रहा है जबकि उपराष्ट्रपति का चुनाव आगामी छह अगस्त को होगा।
मंहगाई, अग्निपथ योजना और बेरोजगारी (Agneepath Scheme and unemployment) कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें विपक्ष द्वारा मानसून सत्र के दौरान उठाये जाने की पुख़्ता संभावना है। मानसून सत्र में पारिवारिक न्यायालय (संशोधन) विधेयक, वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, प्रेस और पत्रिका पंजीकरण विधेयक समेत विभिन्न विधेयकों पर चर्चा किये जाने की संभावना है।