न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा लताड़ लगाये जाने के कुछ घंटों बाद लखनऊ पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने कथित तौर पर लुलु मॉल (Lulu Mall) के अंदर नमाज अदा की थी और साथ ही एक शख़्स को हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ने के लिये भी गिरफ्तार किया गया। बीता मंगलवार (19 जुलाई 2022) पुलिस के लिये मुश्किल वक़्त था, जब अयोध्या छावनी (Ayodhya Cantonment) के तपस्वी संत परमहंस दास (Paramahansa Das) विरोध प्रदर्शन करने के लिये मॉल पहुंचे और पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।
पुलिस ने परमहंस दास को घेर लिया क्योंकि उन्होनें मॉल परिसर में शुद्धिकरण समारोह आयोजित करने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में उसे जाने दिया गया। मॉल में नमाज पढ़ने की घटना में गिरफ्तार किये गये लोगों की शिनाख़्त लखनऊ के खुर्रमनगर (Khurramnagar) के निवासी मोहम्मद रेहान, आतिफ खान और सीतापुर (Sitapur) के रहने वाले दो भाइयों लुकमान अली और नौमान अली के तौर पर हुई ।
पुलिस ने बताया कि आतिफ खान लखनऊ के एक निजी कॉलेज में बी.फार्मा (द्वितीय वर्ष) का छात्र है; लुकमान सीतापुर मदरसे में मौलवी है, जहां उसका भाई नौमान पढ़ता है जबकि मोहम्मद रेहान मौलवी (हाफ़िज़) है। लखनऊ (Lucknow) के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने बताया कि मॉल के प्रवक्ता सिब्तैन हुसैन (Sibtain Hussain) की ओर से 14 जुलाई को दर्ज करायी गयी शिकायत पर चारों को गिरफ्तार किया गया।
ठाकुर ने कहा कि “सीसीटीवी फुटेज और निगरानी के आधार पर अभियुक्तों की पहचान की गयी। चारों से पूछताछ के आधार पर ये सामने आया कि वे मॉल घूमने गये थे और नमाज़ का वक़्त होते ही वहां नमाज़ पढ़ने लगे। गिरफ्तार किये गये लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से किसी भी वर्ग का और उसके धर्म का अपमान) 341 (गलत तरीके और मंशा से किया काम) और 505 (सार्वजनिक तौर शरारत के लिये प्रेरित करने वाले बयान और हरकर) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ठाकुर ने ये भी कहा कि मॉल के सीसीटीवी फुटेज में देखे गये चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुल आठ लोग 12 जुलाई को मॉल की तीसरी मंजिल पर नमाज अदा करते हुए पाये गये थे। बाद में इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके तुरंत बाद मॉल प्रबंधन ने होर्डिंग लगाते हुए कहा कि मॉल अपने कर्मचारियों को प्रार्थना करने जैसे कामों के लिए इकट्ठा नहीं होने देता है।
अब तक कई दक्षिणपंथी संगठनों के लगभग 50 सदस्यों को मॉल परिसर में हनुमान चालीसा पढ़ने के प्रयास करने के लिये हिरासत में लिया गया है। गोसाईंगंज (Gosainganj) की सहायक पुलिस आयुक्त स्वाति चौधरी ने बताया कि मॉल के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि, “हम लगातार ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि मॉल के अंदर पुलिस आने वाले पर नजर रखने के लिये तैनात की गयी है।”
मॉल के महाप्रबंधक समीर वर्मा ने हाल ही में जारी अपने वीडियो संदेश में कहा कि वो सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। मॉल के अंदर किसी भी धार्मिक कार्य या पूजा की इज़ाजत नहीं है। हम अपने कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने के लिये प्रशिक्षित करते हैं।
इस बीच मॉल प्रबंधन ने अपने बयान में कहा था कि उसके 80% कर्मचारी हिंदू हैं। बता दे कि मॉल का उद्घाटन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 जुलाई को किया था।