न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): गुजरात (Gujarat) में जहरीली शराब की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है, अहमदाबाद (Ahmedabad) में अवैध शराब के सेवन से 10 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गयी। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक अवैध और जहरीली शराब के चलन के कारण दर्जनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
गुजरात के अहमदाबाद ग्रामीण और बोटाद जिलों में अवैध शराब के सेवन से कई लोगों की मौत के बाद अहमदाबाद जिले के धंधुका (Dhandhuka) से कांग्रेस विधायक राजेश गोहिल (Congress MLA Rajesh Gohil) ने बीते सोमवार (25 जुलाई 2022) शाम दावा किया कि जहरीली शराब की घटना में 12 लोगों की मौत हुई है।
हालांकि बोटाद जिले (Botad District) के पुलिस अधीक्षक करनमराजसिंह वाघेला (Superintendent of Police Karanamrajsinh Vaghela) ने गुजरात में जहरीली शराब की त्रासदी में मरने वालों की कुल तादाद 10 बतायी। अधिकारी आगे कह रहे हैं कि मरने वालों की तादाद मौजूदा संख्या से बहुत ज़्यादा है, और अगले कुछ दिनों में मरने वाले लोगों की संख्या और बढ़ सकती है।
भावनगर (Bhavnagar) रेंज के महानिरीक्षक अशोक कुमार यादव ने त्रासदी की जांच के लिये विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। चूंकि गुजरात ड्राय स्टेट है, जहां शराब के प्रचलन और बिक्री पर प्रतिबंध है, इसलिए अधिकारियों को भारी मात्रा में जहरीली शराब से हुई त्रासदी से झटका लगा है।
कांग्रेस विधायक राजेश गोहिल ने मीडिया को बताया कि गांव के सरपंचों की ब्रीफिंग के मुताबिक रोजीद (Rojid) में चार, आकरू (Aakaru) में तीन, ऊंचाडी और चंदरवा (Unchadi and Chanderwa) में दो-दो जबकि अनियारी गांव (Aniyari Village) में एक व्यक्ति की मौत हुई है। ये अनुमान लगाया जा रहा है कि अब तक 20 से ज़्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
इस बीच पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया साथ ही गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) और अहमदाबाद अपराध शाखा को भी इस जांच में शामिल किया गया हैं। अधिकारियों ने बताया कि हूच सर्कुलेटर्स (Hooch Circulators) के अपराधों की सूची में हत्या के आरोप को भी जोड़ा जा सकता है।
दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) जो गुजरात के दौरे पर हैं, ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया और आरोप लगाया कि गुजरात में बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची जा रही है, जहां शराबबंदी लागू है। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब बेचने वाले लोग सियासी सरपरस्ती का मज़ा ले रहे हैं। शराब माफ़िया अवैध शराब बेचकर अपने राजनीतिक आकाओं को पैसा मुहैया करवा रहे है, इसकी तुरन्त निष्पक्ष जांच की जानी चाहिये।