एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): Russia-Ukraine war: यूक्रेन ने दक्षिण में रूसी बलों के खिलाफ अपने जवाबी हमले तेज कर दिये, जबकि मास्को (Moscow) ने कीव के बाहरी इलाके में पहली बार बमबारी की। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में मौजूदा यूक्रेन रूस के बीच जंगी हालात काफी ज़्यादा तल्ख बनते दिख रहे है। कीव के क्षेत्रीय गवर्नर ओलेक्सी कुलेबा (Governor Oleksiy Kuleba) ने टेलीग्राम पर कहा कि बीते गुरूवार (28 जुलाई 2022) यूक्रेन की राजधानी के किनारे पर विशोरोड जिले (Vishorod District) में सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइलों के हमले में पंद्रह लोग घायल हो गये।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने लिथुआनियाई राष्ट्रपति गीतानास नौसेदा (Gitanas Nauseda) के साथ संसद को संबोधित करते हुए कहा कि- “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि रूस हमें क्या धमकी दे रहा है; चाहे वो हवाई-छाप सायरन हो या कुछ और अहम ये है कि हम अन्य देशों को अपनी यूक्रेनी दृढ़ता से प्यार करते हैं,”
बता दे कि इस हमले ने सामान्य हो रहे हालातों को चकनाचूर कर दिया। काफी दिनों से कीव में ज़िन्दगी पटरी पर लौट रही थी, रूसी सेना ने भयंकर यूक्रेनी प्रतिरोध के सामने जंग के पहले हफ्तों में शहर पर कब्जा करने की कोशिशों को छोड़ दिया था।
क्षेत्रीय गवर्नर व्याचेस्लाव चौसोव (Governor Vyacheslav Chausov) ने यूक्रेनी टीवी को बताया कि 10 से ज़्यादा रूसी मिसाइलों ने कीव के उत्तर-पूर्व में चेर्निहाइव क्षेत्र को भी निशाना बनाया। बता दे कि कीव की तरह चेर्निहाइव (Chernihiv) को हफ्तों तक निशाना नहीं बनाया गया था।
यूक्रेन के सशस्त्र बलों की उत्तरी जिला कमान ने कहा कि रूस के सहयोगी बेलारूस (Belarus) के एक बेस से रूस की सीमा से लगे चेर्निहाइव शहर में 20 से ज़्यादा मिसाइलें दागी गयी।
दक्षिण में यूक्रेन ने कहा कि उनके विमानों ने खेरसॉन शहर (Kherson City) और आसपास के अन्य शहर में पांच रूसी ठिकान पर हमला किया, जहां वो 24 फरवरी को रूसी हमला शुरू होने के बाद से अपने सबसे बड़े जवाबी हमले पर ध्यान लगाये बैठा है।
यूक्रेन ने हाल के हफ़्तों में नीप्रो नदी (Dnipro River) पर तीन पुलों को बुरी तरह तबाह करने के लिये पश्चिमी ताकतों से मिली लंबी दूरी की मिसाइल प्रणालियों का इस्तेमाल किया, जिससे रूस के लिये पश्चिमी तट पर अपनी सेना के लिये रसद पहुँचाना मुश्किल हो गया है। ब्रिटिश खुफिया विभाग ने कहा कि खेरसॉन इलाके में रूसी सेना को अलग-थलग करने की रणनीति शुरू हो रही गयी है।
माना जा रहा है कि रूस की 49वीं ब्रिगेड जो निप्रो नदी के पश्चिमी तट पर तैनात है, को बेहद ज़्यादा खतरा है। बता दे कि खेरसॉन शहर अब रूस के कब्जे वाले दूसरे इलाकों से लगभग कट गया था।
यूक्रेन का कहना है कि उसने हाल के हफ्तों में इलाके में उत्तरी किनारे पर कुछ छोटी बस्तियों को रूसी कब्ज़े से वापस ले लिया है। इस इलाके में यूक्रेनी सशस्त्र बल रूसी सेना को पीछे धकेलने की लगातार कोशिश कर रहा है। मामले पर रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके विमानों ने खेरसॉन इलाके के सुदूर उत्तर में यूक्रेनी पैदल सेना ब्रिगेड पर हमला किया और बीते 24 घंटों में उनके 130 से ज़्यादा सैनिकों को ढ़ेर कर दिया।
खेरसॉन क्षेत्र को चलाने वाले रूस द्वारा नियुक्त सैन्य नागरिक प्रशासन के उप प्रमुख किरिल स्ट्रेमोसोव (Kirill Stremosov) ने भी जंग के मैदान के हालातों के पश्चिमी और यूक्रेनी आकलन को खारिज कर दिया। दूसरी ओर रॉयटर्स भी युद्ध के मैदान की रिपोर्ट की पुष्टि नहीं कर सका।
हाल ही में रूसी सुरक्षा सेवाओं ने खेरसॉन में यूक्रेनी एजेंटों के एक गुट का पर्दाफाश किया, जिन्हें तोपखाने के साथ टारगेटिड हमला करने के लिये भेजा गया था। माइकोलाइव (Mycolive) के क्षेत्रीय गवर्नर विटाली किम (Governor Vitaly Kim) ने टेलीग्राम पर कहा कि दक्षिणी समुद्र तटीय शहर कोबलेवो (City Koblevo) में तैरने पर लगे प्रतिबंधों के बावजूद दो लोग रूसी समुद्री माइंस की चपेट में आ गये और धमाके से उनके चिथड़े उड़ गये।
डोनेट्स्क और लुहान्स्क (Donetsk and Luhansk) के प्रांतों को शामिल करते हुए पूर्व में औद्योगिक डोनबास (Donbass) इलाके में पूरा कब़्जा करने की मंशा से रूस पूरे यूक्रेन में कई टारगेटों पर हमले करना जारी रखे हुए है।
डोनेट्स्क के क्षेत्रीय गवर्नर पावलो किरिलेंको (Governor Pavlo Kirilenko) ने टेलीग्राम पर कहा कि रूसी सेना ने बखमुट शहर (Bakhmut City) पर गोलाबारी की। इस दौरान कम से कम तीन लोग मारे गये और तीन जख़्मी हो गये। जैसे-जैसे लड़ाई तेज होती जा रही है अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के तहत यूक्रेनी बंदरगाहों को फिर से खोलने और अनाज और अन्य जरूरी वस्तुओं के एक्सपोर्ट की मंजूरी देने की कोशिशों में तेजी देखी जा रही है।
यूक्रेन से अनाज लदान के लिये सुरक्षित रास्ते की मंजूरी देने से उस कमी को दूर किया जा सकता है, जिससे दुनिया भर में लाखों लोग खाद्य कीमतों और भूख का सामना कर रहे हैं।
रूस और यूक्रेन ने पिछले हफ्ते काला सागर बंदरगाहों से अनाज के निर्यात को दुबारा शुरू करने के लिये एक मसौदा पर आपसी सहमति बनायी लेकिन संयुक्त राष्ट्र सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स (Martin Griffiths) ने कहा कि जहाजों के सुरक्षित रास्ता देने के लिये अभी रूपरेखा तैयार ही की जा रही है। ग्रिफिथ्स को उम्मीद थी कि यूक्रेन के काला सागर (Black Sea) बंदरगाह से अनाज की पहली खेप आज (29 जुलाई 2022) आ सकती है।