एजेंसियां/न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): यूएस हाउस स्पीकर नैन्सी पैलोसी (Nancy Pelosi) का एशियाई दौरा शुरू हो चुका है, फिलहाल बाइडेन प्रशासन ने उनकी ताइवान यात्रा (Taiwan Visit) पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। चीन (China) ने पहले पैलोसी को ताइवान भेजने की अमेरिकी सरकार की योजना की आलोचना की थी क्योंकि अमेरिकी सेना ने द्वीप राष्ट्र ताइवान के पास सैन्य अभ्यास शुरू किया था।
ताइवान का जिक्र किये बगैर मामले पर पेलोसी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि “ये यात्रा भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपसी सुरक्षा, आर्थिक साझेदारी और लोकतांत्रिक शासन पर ध्यान केंद्रित करेगी। हमारा प्रतिनिधिमंडल इस बात पर चर्चा करने के लिये उच्च स्तरीय बैठक करेगा कि हम अपने साझा हितों और मूल्यों को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं।”
पेलोसी के सिंगापुर (Singapore) के साथ एशिया-प्रशांत दौरे की शुरूआत करने की उम्मीद है, जहां अमेरिकी हाउस स्पीकर जापान, दक्षिण कोरिया और मलेशिया (South Korea and Malaysia) के दौरे समेत वहां प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति से मिलने के लिये पूरी तरह तैयार हैं।
बता दे कि चीन ताइवान को एक अलग प्रांत मानता है जिसके बारे में उसने कहा है कि अगर जरूरी हुआ तो वो सैन्य कार्रवाई के जरिये ताइवान को अपने मुख्य भूमि में मिला लेगा। पिछले हफ्ते अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) ने चीन से मामले पर तनाव को कम करने की अपील करते हुए कहा कि, “ताइवान की बात करें तो हमारे बीच कई मतभेद हैं, लेकिन पिछले 40 से ज़्यादा सालों में मतभेदों को दरकिनार कर एक तरह से शांति और स्थिरता बनाये रखी है।”
गौरतलब है कि पेलोसी के साथ हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी (House Foreign Affairs Committee) के अध्यक्ष ग्रेगरी मीक्स (Gregory Meeks) समेत अन्य शीर्ष अमेरिकी अधिकारी भी इस एशियाई दौरे में शामिल होंगे।