एजेंसियां/हेल्थ डेस्क (यामिनी गजपति): ब्राजील (Brazil) के डॉक्टरों ने बेहद कॉम्प्लेक्स सर्जरी को अंज़ांम देते हुए वर्चुअल रियलटी का इस्तेमाल करके जुड़वा बच्चों को कामयाब ढंग से अलग कर दिया गया। दोनों क्रैनियोपैगस जुड़वां (Craniopagus Twins) थे जो कि बेहद दुर्लभ मेडिकल हालात (Rare Medical Conditions) होते है, इसमें जुड़वां बच्चे कपाल (Cranium) से जुड़े हुए होते है।
उत्तरी ब्राजील के रोरिमा स्टेट (Roraima State) में साल 2018 में जन्मे आर्थर और बर्नार्डो लीमा (Arthur and Bernardo Lima) लगभग चार सालों से सिर से एक दूसरे जुड़े हुए थे। दोनों को अलग करने के लिये डॉक्टरों के एक बड़ी टीम ने सिलसिलेवार तरीके से 23 घंटे तक नौ ऑपरेशनों को अंजांम दिया। जिसके बाद अब दोनों बच्चे पहली बार एक-दूसरे को आमने-सामने देखने में सक्षम हैं।
सर्जरी के नाजुक आखिरी स्टेज की तैयारी के दौरान मेडिकल टीम के सदस्यों ने जुड़वां बच्चों के जुड़े सिर का डिजिटल नक्शा बनाया ताकि ऑप्रेशन को आसानी से कम जोखिम के साथ पूरा किया जा सके। इस नाज़ुक सर्जरी के लिये वर्चुअल रियलटी ट्रायल (Virtual Reality Trial) का इस्तेमाल किया गया। इस ट्रांस अटलांटिक ट्रायल सर्जरी (Trans Atlantic Trial Surgery) में लंदन (London) के मेडिकल चैरिटी संस्था जेमिनी अनट्वाइंड (Medical charity organization Gemini Untwined) के अनुभवी सर्जनों की मदद ली गयी। जिन्हें वर्चुअल रियलटी की मदद नाज़ुक सर्जरी करने का खासा अनुभव है।
जेमिनी अनट्वाइंड के प्रमुख ब्रिटिश न्यूरोसर्जन नूर उल ओवासे जिलानी (British neurosurgeon Noor ul Owase Jilani) ने इसे बेहतरीन करारा देते हुए प्रोसीज़र को स्पेस-एज स्टफ कहा। उन्हें कहा कि बच्चों को किसी भी जोखिम में डालने से पहले उनकी एनाटॉमी (Anatomy) को समझना और वर्चुअल रियलटी की मदद से मेडिकल समस्या की डिजिटल मैपिंग करना शानदार अनुभव रहा। हमने बिना चीरफाड़ किये सर्जरी से पहले ही अपनी रणनीति को तैयार कर लिया। जिसके बाद दोनों को ऑप्रेशन टेबल पर ले जाया गया। वर्चुअल रियलटी के जरिये ऐसा करना ठीक वैसा ही है, जैसा कि इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुँचाना।
जेमिनी अनटाइन्ड के मुताबिक पैदा होने वाले 60,000 बच्चों में ऐसे मामला सामने आता है, जिनमें जुड़वा बच्चे एक दूसरे से जुड़े होते है। साथ ही जुड़े हुए जुड़वा बच्चों में से सिर्फ 5 प्रतिशत ही सिर से जुड़े होते हैं।