न्यूज डेस्क (निकुंजा वत्स): गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 (Gujarat Assembly Election 2022) से ठीक पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है, पार्टी के दो जाने-माने पार्टी नेताओं ने आगामी चुनावों से पहले राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) में शामिल होने का फैसला किया है। राज्य नेतृत्व से दरकिनार, असंतुष्ट और नाखुश कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने ऐलान किया है कि वो पार्टी छोड़ रहे हैं और वो अगले महीने भाजपा में शामिल होंगे, क्योंकि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों से खासा प्रभावित हैं।
पूर्व गृह राज्य मंत्री और मेहसाणा जिले (Mehsana District) के विजापुर विधानसभा सीट (Vijapur Assembly Seat) से तीन बार के कांग्रेस विधायक नरेश रावल (Congress MLA Naresh Rawal) ने कहा है, “मुझे पार्टी से कई शिकायतें हैं, लेकिन इन सभी मुद्दों पर बात करने का ये सही समय नहीं है, लेकिन मैनें पार्टी को ‘जय हिंद’ कहने का फैसला किया। मैं जल्द ही भाजपा में शामिल होऊंगा।”
कांग्रेस के एक अन्य नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद राजू परमार (Raju Parmar) ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “मैं पिछले 35 सालों से कांग्रेस से जुड़ा हूं, मुझे पार्टी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है, लेकिन दुर्भाग्य से पार्टी नेतृत्व हमारे सुझावों को तव्ज़जों नहीं दे रहा है। मैंने पार्टी से कभी किसी पद या फायदे की मांग नहीं की, दुर्भाग्य से पार्टी का कर्ज चुकाने का मौका नहीं दे रही है। कई और वरिष्ठ नेता पार्टी का दामन जल्द ही छोड़ने जा रहे हैं।”
मामले पर गुजरात कांग्रेस नेता अर्जुन मोड़वाढ़िया (Arjun Modhwadia) ने कहा कि- “दोनों वरिष्ठ नेता हैं, पार्टी ने उन्हें बहुत सारे मौके दिये है। नरेश रावल को गृह राज्य मंत्री रहे है और थोड़े समय के लिये उन्हें विपक्ष का नेता बनाया गया। पांच बार विधानसभा उम्मीदवार के तौर पर उन्हें नॉमिनेट किया गया, वो तीन बार चुने गये। राज्यसभा के लिये राजू परमार को तीन बार भेजा गया। उन्हें अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन अब अगर उनकी कोई शिकायत है तो उस पर पार्टी के भीतर चर्चा की जानी चाहिये। उनके कांग्रेस छोड़ने से पार्टी की छवि पर असर पड़ेगा और साथ ही पार्टी विरोधी धारणा का निर्माण होगा।”