न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना (Chief Justice of India NV Ramanna) ने आज (4 अगस्त 2022) केंद्र से नये CJI पद के लिये नाम की सिफारिश की। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के प्रमुख रमन्ना ने अपने बाद सबसे वरिष्ठ एससी जज जस्टिस उदय उमेश ललित (Justice UU Lalit) का नाम आगे बढ़ाया है। CJI रमना 26 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं।
हाल ही में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Union Law Minister Kiren Rijiju) ने CJI को पत्र लिखकर अपने उत्तराधिकारी का नाम बताने की गुज़ारिश की थी। अगर केंद्र इस सिफारिश को मंजूर कर लेता है तो जस्टिस ललित दूसरे CJI बन जाएंगे, जिन्हें बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जज के तौर पर प्रमोट किया गया था।
CJI रमन्ना ने व्यक्तिगत रूप से न्यायमूर्ति यूयू ललित को सिफारिश खत की एक कॉपी पेश की। 48वें CJI जस्टिस रमन्ना 24 अप्रैल 2021 को देश के शीर्ष जज बने थे।
अब जाने न्यायमूर्ति UU Lalit के बारे में
जस्टिस यूयू ललित महाराष्ट्र (Maharashtra) के रहने वाले हैं। जज बनने से पहले वो सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता थे। वो एक आपराधिक वकील थे। उनके पिता भी वरिष्ठ अधिवक्ता और दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) के जज थे।
अगर केंद्र सीजेआई रमन्ना की सिफारिश को मंजूर करता है तो न्यायमूर्ति ललित तीन महीने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश बन जायेगें। वो 8 नवंबर 2022 को रिटायर होने वाले हैं।
साल 2019 में जस्टिस यूयू ललित अयोध्या (Ayodhya) मामले से अलग हो गये क्योंकि वो बाबरी विध्वंस (Babri Demolition) से जुड़े एक मामले में यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह (Former UP CM Kalyan Singh) के लिये पेश हुए थे। न्यायमूर्ति ललित ने तीन तलाक प्रथा (Triple Talaq System) को असंवैधानिक घोषित करने के पक्ष में भी मतदान किया था।