एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): ताइवान (Taiwan) के सांसद वांग टिंग-यू (MP Wang Ting-yu) ने कहा कि बीजिंग द्वीप के तट पर सैन्य अभ्यास करता है तो इसे हमला ही माना जायेगा। सीधे शब्दों में कहे तो ये चीनी नौसेना (Chinese Navy) द्वारा ताइवान के क्षेत्रीय समुद्रों पर हमला माना जायेगा। ताइवान के विदेश मामलों और राष्ट्रीय रक्षा समितियों के सदस्य टिंग-यू ने हाल ही बयान दिया कि ताइपे (Taipei) लोकतंत्र, स्वतंत्रता और मानवाधिकारों को बेहद अहमियत देता है, जो इसे किसी भी बाहरी खतरे से निपटने के लिये आत्मविश्वास और ताकत देते है।
टिंग-यू ने चेतावनी देते हुए कहा कि- “हम एक सैन्य संघर्ष (Military Conflict) नहीं चाहते हैं। लेकिन अगर चीन ताइवान पर हमले करने की हिम्मत करता है तो वे वो भारी कीमत चुकायेगें जो वे बर्दाश्त नहीं कर पायेगें। चीन ने हमारे द्वीप से थोड़ी दूर तीन अलग-अलग जगहों पर 11 मिसाइलें दागीं। साल 1996 के बाद पहली बार चीन ने ताइवान की ओर मिसाइलें दागीं। हालात काफी तनावपूर्ण है लेकिन हमें विश्वास है कि स्थिति नियंत्रण में है।”
टिंग-यू ने आगे कहा कि, “चीनी सैन्य खतरा असल, ठोस और काफी बड़ा है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि ताइवान का दौरा कौन करता है, चीन हर दिन हमें धमकाने के लिये अपनी सेना का इस्तेमाल करता है। नैन्सी पेलोसी (Nancy Pelosi) के दौर से पहले ही चीनी फाइटर जेट्स ने द्वीप के वायु रक्षा क्षेत्र (Air Defence Zone) को पार कर लिया था।”
ताइवान के समुद्री तट के 10 मील के भीतर एक चीनी सैन्य घुसपैठ लगभग निश्चित रूप से ताइवान के रक्षा मंत्रालय के एहतियाती उपायों को भड़कायेगा, जिससे सैन्य संघर्ष के लिये गलत अनुमान की संभावना में काफी इज़ाफा होगा। बुधवार को चीनी सैन्य विशेषज्ञ झांग शुफेंग (Chinese Military Expert Zhang Shufeng) ने चीनी पार्टी से जुड़े ग्लोबल टाइम्स (Global Times) को बताया कि द्वीप पर चीन की संप्रभुता है और ताइवान का प्रादेशिक समुद्र भी चीनी क्षेत्रीय जलसीमा का हिस्सा हैं।