एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): लेखक सलमान रुश्दी (Writer Salman Rushdie) बीते शुक्रवार (12 अगस्त 2022) को न्यूयॉर्क (New York) में लेक्चर देने के दौरान गर्दन और धड़ में छुरा घोंपने के बाद घंटों हुई सर्जरी के बाद से ही वेंटिलेटर पर हैं। उनके बुक एजेंट एंड्रयू वायली (Book Agent Andrew Wyllie) ने कहा कि उनकी एक आंख की रोशनी खो सकती है और ये खबर अच्छी नहीं है। उन्होनें इस मसले पर एक ईमेल लिखी जिसमें कहा गया कि- ” उनकी बांह की नसें टूट गयी है और उनके जिगर छुरा घोंपा गया था। हमले की चपेट में आकर उनकी कई नाज़ुक अंगों में गहरे घाव होने की बात सामने आ रही है”
पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन (Chautauqua Institution) में क्रियेटिव फ्रीडम पर सैकड़ों दर्शकों को भाषण देने के लिये 75 वर्षीय उपन्यासकार का परिचय दिया जा रहा था, इसी दौरान एक शख़्स मंच पर पहुंचा और सलमान रुश्दी की ओर लपका।
बता दे कि ईरानी सर्वोच्च धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी (iranian Supreme Leader Ayatollah Khomeuni) ने 1980 के दशक से ही सलमान के सिर पर ईनाम रखा था। रुश्दी जो यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) जाने से पहले मुंबई (Mumbai) में एक मुस्लिम कश्मीरी परिवार में पैदा हुए थे, को अपने चौथे उपन्यास – द सैटेनिक वर्सेज के लिये लंबे समय से मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा है।
1988 में पब्लिश हुए उपन्यास सैटेनिक वर्सेज (The satanic verses) पर बड़ी मुस्लिम आबादी वाले कई देशों इस पर बैन लगा दिया था।