एजेंसियां/न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु (Russian Defence Minister Sergei Shoigu) के मुताबिक यूक्रेन (Ukraine) में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के लिये क्रेमलिन (Kremlin) किसी तरह की खास सैन्य तैनाती नहीं करने जा रहा है। मॉस्को (Moscow) में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में शोइगु ने कहा, “सैन्य नज़रिये से निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिये यूक्रेन में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की कोई जरूरत नहीं है।”
शोइगु ने पश्चिमी मीडिया द्वारा चलायी जा रही कथित झूठी रिपोर्टों की आलोचना की, जिसमें कहा गया था कि रूस यूक्रेन में अपने लगभग छह महीने के सैन्य अभियान को धीरे-धीरे आगे बढ़ने के लिये परमाणु या रासायनिक हथियार तैनात कर सकता है। ब्रिटिश सैन्य खुफिया विभाग के प्रमुख जनरल जिम होकेनहुल (General Jim Hockenhull, Head of British military intelligence) ने बीते शुक्रवार (12 अगस्त 2022) को सार्वजनिक किये गये एक इंटरव्यूह में बताया कि अगर जंगी मैदान में किसी तरह का रणनीतिक और तकनीकी बदलाव होता है को रूस द्वारा यूक्रेन में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की संभावना अलग हो सकती है।
शोइगु के मुताबिक रूसी परमाणु हथियारों का पहला लक्ष्य परमाणु हमले को नाकाम करना है। इसका इस्तेमाल असाधारण हालातों तक ही सीमित है। इस महीने की शुरूआत में संयुक्त राष्ट्र के परमाणु अप्रसार सम्मेलन में अपनी बात रखने वाले रूसी राजदूत अलेक्जेंडर ट्रोफिमोव (Alexander Trofimov) के मुताबिक, इन हालातों में सामूहिक विनाश के हथियार या एक पारंपरिक हथियार का इस्तेमाल करके एक हमला करना शामिल है, जो रूस के वजूद के लिये बड़ा खतरा है।
क्रेमलिन द्वारा यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान छेड़े जाने के कुछ दिनों बाद से ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने रूस के परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखा हुआ है, इस चिंता को बढ़ाते हुए कि देश वहां अपने शस्त्रागार का भरपूर इस्तेमाल करेगा।
हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ी हुई दुश्मनी ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट (Zaporizhzhya Nuclear Energy Plant) पर ठहरी हुई है। रूसी नियंत्रण में होने के बावजूद संयंत्र यूक्रेनियों को रोजगार देता है। 11 अगस्त को मॉस्को और कीव (Moscow and Kyiv) दोनों ने एक दूसरे पर इस न्यूक्लियर फैसिलिटी के आसपास के इलाकों को गोलाबारी करने का आरोप लगाया था।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) के मुताबिक दक्षिणी यूक्रेन में रूसी नियंत्रित ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर रिएक्टर में होने वाली संभावित तबाही पूरे यूरोप को खतरे में डाल देगी।
इसी साल मार्च की शुरुआत में मॉस्को द्वारा यूक्रेन पर हमला शुरू करने के कुछ ही समय बाद रूसी सैनिकों ने न्यूक्लियर प्लांट पर धावा बोल दिया, जो कि यूरोप का सबसे बड़ा न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट है। जुलाई के आखिर से ही ज़ापोरिज़्ज़िया कई सैन्य अभियानों का केंद्र रहा है। इस इलाके में मास्को और कीव होने वाली हरेक गोलाबारी के लिये एक दूसरे को दोषी ठहराते हैं।
बता दे कि बीते गुरूवार (11 अगस्त 2022) को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट के आसपास गर्माते सैन्य तनाव को देखते हुए एक आपातकालीन बैठक की। यूक्रेन के मुताबिक रूस कथित तौर पर संभावित हमलों और हथियारों को स्टोर करने के लिये ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट का इस्तेमाल बेस के तौर पर कर रहा है।