एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Russia- Ukraine: यूक्रेनी सैन्य खुफिया के मुताबिक रूस ने कथित तौर पर ज़ापोरिज्जिया न्यूक्लियर एनर्जी फैसिलिटी (Zaporizhzhya Nuclear Plant) में कर्मचारियों से शुक्रवार (19 अगस्त 2022) को काम पर रिपोर्ट नहीं करने को कहा है। ये खब़र ऐसे हालातों में सामने आयी है, जब दोनों ही मुल्क इस न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट को लेकर खास तरह की सामरिक योजना पर काम कर रहे है।
रूस ने बीते गुरूवार (18 अगस्त 2022) को संयंत्र को बंद करने की धमकी देते हुए कहा था कि ये मानव निर्मित बड़ी आपदा पैदा कर सकता है क्योंकि न्यूक्लियर प्लांट के नज़दीकी इलाकों में यूक्रेनी सेना भारी गोलाबारी कर रही है। दूसरी ओर यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया निदेशालय के प्रवक्ता एंड्री युसोव (Andrey Yusov) का दावा है कि इलाके में यूक्रेन की स्थिति पूरी तरह से अलग है।
युसोव ने बताया कि, “नई जानकारी के मुताबिक लगभग आधे घंटे पहले ये सामने आया है कि 19 अगस्त को ज़्यादातर कर्मचारियों के काम पर नहीं जाने का फरमान सुना दिया गया है। ये ठीक वही है जो रूसियों ने अपने लोगों से कहा है। ऐसे में क्रेमलिन को मंशा इलाके में कुछ बड़ा करने की दिखायी देती है। ज़ापोरिज्जिया न्यूक्लियर एनर्जी फैसिलिटी में काम करने वाले ज़्यादातर कर्मचारी रूसी परमाणु एजेंसी रोसाटॉम (Russian nuclear agency Rosatom) के है”
मामले पर रूसी परमाणु एजेंसी का जिक्र करते हुए एंड्री युसोव आगे ने बताया कि उनके मुताबिक ये इस बात का सूबत हो सकता है कि रूस शुक्रवार को बिजली संयंत्र में बड़े पैमाने पर उकसावे के लिये तैयारी तक रहा हो। हम कल ZNPP के इलाके में बड़े पैमाने पर रूसी उकसावे की किसी भी संभावना से इंकार नहीं करते हैं। इसकी पुष्टि उनके प्रचार, हमारे स्रोतों से मिली जानकारी और स्टेशन पर रूसियों के रवैये से होती है।
दूसरी ओर रूस ने Zaporizhzhia में Rosatom कर्मचारियों की मौजूदगी की पुष्टि या खंडन करने से इनकार कर दिया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने गुरूवार को पहले दावा किया कि यूक्रेन सरकार और उसके अमेरिकी हैंडलर रूस पर दोष लगाने के लिये शुक्रवार को दक्षिणी यूक्रेन में ज़ापोरिज्जिया न्यूक्लियर एनर्जी फैसिलिटी में बनावटी हादसा कर सकते है। रिपोर्ट के मुताबिक इस बनावटी उकसावे में रेडियोधर्मी रिसाव (Radioactive Leak) को शामिल किया जा सकता है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) के यूक्रेन दौरे के साथ इस उकसावे की कार्रवाई को अंज़ांम दिया जा सकता है।
बता दे कि यूरोप (Europe) में सबसे बड़ी न्यूक्लियर रिएक्टर फैसिलिटी ज़ापोरिज्जिया ही है। रूस द्वारा लगभग छह महीने पहले यूक्रेन पर हमला करने के बाद मास्को और कीव इस इलाके में एक दूसरे पर लगातार भारी गोलीबारी कर रहे है, जिससे कि कथित तौर पर बड़ा परमाणु हादसा होने की संभावनायें बरकरार है।