न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): झारखंड के दुमका (Dumka of Jharkhand) में एक युवती की मौत के बाद से पूरे शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकारियों को संभावित विरोध-प्रदर्शन के चलते इलाके में सीआरपीसी (CRPC) की धारा 144 लागू करनी पड़ी। बता दे कि सूबे में 12वीं कक्षा की छात्रा की मौत से ये बड़ा विवाद खड़ा हुआ।
झारखंड में उस समय विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये जब 12वीं क्लास की एक लड़की ने अस्पताल में ज़िन्दगी और मौत के बीच झूलते हुए दमतोड़ दिया। लड़की ने कथित तौर पर एक शख़्स का प्रेम प्रस्ताव नकार दिया, जिसके बाद उस शख़्स ने लड़की को आग के हवाले कर दिया।
मामले पर पुलिस का कहना है कि एकतरफा प्यार के चलते आरोपित शाहरुख (Accused Shahrukh) ने 23 अगस्त को लड़की पर पेट्रोल डाला और उसे आग के हवाले कर दिया। झुलसने से बीते रविवार (28 अगस्त 2022) को लड़की मौत हो गयी। फिलहाल शाहरूख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
12वीं की छात्रा अंकिता कुमारी को पहले दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (Phulo Jhano Medical College and Hospital) में गंभीर हालत में भर्ती कराया था। बाद में उसे बेहतर इलाज के लिये रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS- Rajendra Institute of Medical Science) में रेफर कर दिया गया।
इस घटना से आक्रोशित लोगों को दुमका की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते देखा गया, जिसके बाद सुरक्षा और शांति के बनाये रखने लिये इलाके में धारा 144 लागू कर दी गयी।
मामले पर दुमका के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंबर लकड़ा ने कहा कि, “आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया है। हम फास्ट ट्रैक कोर्ट (Fast Track Court) में फास्ट ट्रायल के लिये आवेदन करेंगे। लोग हमारे साथ सहयोग कर रहे हैं। हम लोगों से शांति बनाये रखने की अपील करते हैं। हालात नियंत्रण में है और इलाके में धारा 144 लागू कर दी गयी है।”
दूसरी ओर झारखंड की स्वास्थ्य मंत्री बीना गुप्ता (Jharkhand Health Minister Beena Gupta) ने दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि, दुमका में हुई लड़की की हत्या को लेकर राज्य सरकार बेहद गंभीर है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। हम तेजी से ट्रायल सुनिश्चित करेंगे। हमने इस मामले में डीसी से बात की है।
बता दे कि जिला प्रशासन ने परिवार को एक लाख रूपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। इस बीच भाजपा (BJP) ने आग्रह किया है कि पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी के साथ-साथ एक करोड़ रूपये का मुआवजा दिया जाये।