अन्ना हज़ारे ने नयी शराब नीति को लेकर Kejriwal को क्यों लताड़ा?

नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Social Activist Anna Hazare) ने बीते मंगलवार (30 अगस्त 2022) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) को खत लिखकर दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति की आलोचना की। हजारे ने कहा कि ऐसा लगता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में डूब गये हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसा लगता है कि नई नीति शराब की बिक्री और खपत को प्रोत्साहित करेगी और साथ ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगी।

अन्ना हजारे दिल्ली की आबकारी नीति से काफी चिंतित हैं, जो शराब को बढ़ावा देती है। आबकारी नीति की सबसे बड़ी आलोचना करते हुए उन्होनें दावा किया है कि इससे दिल्ली के लोगों को सस्ते दाम पर शराब बेचने वाले बड़े कारोबारियों को फायदा हुआ।

हाल ही में राजधानी में शराब की एक खरीद और एक मुफ्त ऑफर के साथ भारी छूट की पेशकश की गयी थी। अब अगर शराब की जगह दूध की बोतलों पर ये छूट दी जाती तो शायद अरविंद केजरीवाल की तारीफ होती।

केजरीवाल की नयी शराब नीति की इन बातों पर अन्ना हज़ारे को हैं आपत्ति

  • नई शराब नीति (New Liquor Policy) के तहत दिल्ली में शराब पीने की कानूनी उम्र सीमा 25 से घटाकर 21 साल कर दी गयी। इस फैसले को शराब को बढ़ावा देने के तौर पर देखा जा रहा है।

  • नई नीति के तहत दिल्ली में करीब 650 नई शराब की दुकानें खोली गयी। एक जोन में 25 से 26 दुकानें थीं जिनमें 8 से 9 वार्ड हैं। यानी हर वार्ड में कम से कम 3 शराब की दुकानें थीं।

  • नई शराब नीति में होटल, बार, क्लब और रेस्तरां की छतों या दीर्घाओं जैसे खुली जगहों में भी शराब पीने की मंजूरी थी। पहले खुले में शराब पीने पर पाबंदी थी।

  • नई शराब नीति में साल में सिर्फ 3 दिन ही ड्राई डे (Dry Day) रखे गये, जबकि पुरानी पॉलिसी में पूरे साल में 21 दिन ड्राई डे होते थे। यानी शराब पीने के लिये 18 दिन बढ़ाये गये।

  • नई नीति में महिलाओं के पीने के लिये अलग से पिंक बूथ खोलने की मंजूरी दी गयी। पुरानी नीति में ऐसा कुछ नहीं था। माना जा रहा था कि इससे महिलाओं में शराब पीने की आदत बढ़ेगी।

  • नई शराब नीति के तहत सभी दुकानें निजी कारोबारियों को दे दी गयी। इससे पहले 60 फीसदी सरकारी दुकानें और 40 फीसदी दुकानें निजी व्यापारियों को मिली थीं।

  • इतना ही नहीं शराब को एमआरपी से कम कीमत पर बेचने की इजाजत दी गयी, जिससे शराब कारोबारियों ने बिक्री बढ़ाने के लिये भारी छूट देना शुरू कर दिया।

शराब पीने वालों की तादाद बढ़ाने के लिये नई नीति में लंबी योजना बनायी गयी थी, जिसके वज़ह से शराब पीने की कानूनी उम्र सीमा भी कम कर दी गयी थी।

दिल्ली (Delhi) में शराब पीना और खरीदना एक किराने की दुकान से आटा और चावल खरीदना जितना आसान हो गया था। और इसकी उपलब्धता और भारी छूट के सभी इंतजाम किये गये थे। और अब जब अन्ना हजारे ने इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की सरकार पर निशाना साधा तो उनकी खुद आलोचना हो रही है।

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