न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने आज (31 अगस्त 2022) राष्ट्रीय राजधानी में ‘दिल्ली वर्चुअल स्कूल’ लॉन्च किया, साथ ही इसे देश का पहला वर्चुअल स्कूल बताया। इस मौके पर सीएम केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि- दिल्ली सरकार ने छात्रों, खासकर लड़कियों के लिये वर्चुअल क्लासरूम (Virtual Classroom) शुरू किया है, जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। ये स्कूल उन बच्चों तक पहुंचेगा और शिक्षा मुहैया करवायेगा जो कि स्कूल तक नहीं पहुँच पाते है। साथ ही वो बच्चे जो पारिवारिक कारणों से स्कूल नहीं जा पाते है और उन्हें नौकरी करनी पड़ती है, उन्हें भी ये अपनी सेवाओं से फायदा पहुँचायेगा।
इसे “दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी कदम” बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि “वर्चुअल स्कूल” मॉडल के तहत छात्र ऑनलाइन कक्षाओं में हिस्सा ले सकते हैं और काफा कुछ सीख सकते हैं। अगर कोई छात्र किसी कारण से क्लास नहीं ले पाता है तो क्लास की रिकॉर्डिंग भी वेबसाइट पर अपलोड की जायेगी।”
स्कूली शिक्षा का ये नया तरीका कक्षा 9 से 12 के बीच के छात्रों के लिये शुरू होगा। छात्र आज (31 अगस्त 2022) से इसके लिये आवेदन करना शुरू कर सकते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने विस्तार से बताया कि भारत का कोई भी छात्र वेबसाइट http://www.dmvs.ac.in पर आवेदन कर अपना नामांकन करा सकता है।
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि “वर्चुअल स्कूल दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (Delhi Board of School Education) से संबद्ध होगा। 13 से 18 साल की आयु का कोई भी छात्र जो कि किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा 8 पास कर चुका हो, वो इस स्कूल में एडमिशन पाने का हक़दार होगा।”
वर्चुअल स्कूल में आवेदन करने वाले छात्रों को वेबसाइट पर क्रेडेंशियल मुहैया करवाये जायेगें, जिसके जरिये वो लाइव या रिकॉर्ड की गयी कक्षाओं, ऑनलाइन ट्यूटोरियल और एसेसमेंट तक पहुंच सकते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि भारत को दुनिया भर में नंबर 1 बनाने के लिये, “हमें शिक्षा को सभी के लिये सुलभ बनाना है, हर एक बच्चे को शिक्षा मिलनी चाहिए। 75 साल बर्बाद हो गये और हमें और वक़्त बर्बाद नहीं करना चाहिये।”