एंटरटेनमेंट डेस्क (स्तुति महाजन): फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के बॉक्स ऑफिस पर धड़ाम से गिरने के बाद आमिर खान (Aamir Khan) ने अपनी फीस छोड़ने का फैसला लिया है। वायकॉम 18 स्टूडियोज (Viacom 18 Studios) को हुए नुकसान की भरपाई के लिये उन्होनें अपनी 100 करोड़ रूपये की फीस ना लेने का फैसला किया है। बता दे कि इस फिल्म को बनाने के लिये दो प्रोडक्शन कंपनियों वायकॉम 18 स्टूडियोज और आमिर खान प्रोडक्शंस ने मिलकर काम किया था।
बता दे कि अगर आमिर खान ने अपनी एक्टिंग फीस चार्ज करने का फैसला किया तो वायकॉम 18 स्टूडियोज को लगभग 100 करोड़ रूपये का सीधा नुकसान होगा। हालांकि ये नुकसान कुछ ऐसा है जिसे आमिर खान ने खुद अपने सिर लेने का फैसला किया है। जिसके बाद अब प्रोडक्शन कंपनी अपना नाममात्र ही पैसा खोयेगी।
गौरतलब है कि प्रोडक्शन कंपनी ने फिल्म को चार साल दिये लेकिन बदले में उन्हें इससे एक पैसे का भी मुनाफा नहीं हुआ। फिल्म की पूरी नाकामी का ठिकरा अपने सिर लेते हुए इस नुकसान की भरपाई कुछ हद तक आमिर खुद करना चाहते है, जिसके चलते उन्होनें ये फैसला लिया। हालांकि फिल्म लाल सिंह चड्ढा (Lal Singh Chaddha) की ऑर्प्च्यूनिटी कॉस्ट ही 100 करोड़ रूपये से ऊपर है।
अद्वैत चंदन के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म साल 1994 की अमेरिकी क्लासिक फिल्म ‘फॉरेस्ट गंप’ की हिंदी रीमेक थी, जिसमें टॉम हैंक्स (Tom Hanks) ने मुख्य भूमिका निभायी थी। ‘फॉरेस्ट गंप’ खुद विंस्टन ग्रूम (Winston Groom) के उपन्यास पर आधारित थी। फिल्म लाल सिंह चड्ढा में करीना कपूर, नागा चैतन्य और मोना सिंह (Naga Chaitanya and Mona Singh) जैसे मझे कलाकारों ने अपनी अदाकारी के जलवे बिखेरे थे।
लाल सिंह चड्ढा’ को आमिर खान की बड़ी फिल्म के तौर पर एंडोर्स किया गया, लेकिन उनके अलावा अन्य कलाकारों ने भी इसमें अच्छा परफॉर्म किया। फिल्म की कहानी दिल को छू लेने वाली है। ये आमिर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म नहीं है, जैसा कि उम्मीद की जा रही थी। ये फिल्म उनके करियर और ट्रैक रिकॉर्ड पर खासा असर डालेगी।
इससे पहले आमिर खान प्रोडक्शंस (Aamir Khan Productions) ने अपने ट्विटर हैंडल पर ‘मिच्छामि दुक्कडम्’ लिखकर माफी मांगी। उनके वीडियो में टेक्स्ट लिखा है कि, “हम सभी इंसान हैं और हम सिर्फ गलतियां करते हैं। कभी अपने शब्दों से और कभी अपने कामों से, कभी बिना जाने हम ऐसा करते हैं और कई बार जब हम गुस्से में होते हैं।”
बता दे कि ‘मिच्छामि दुक्कडम्’ प्राकृत भाषा का शब्द है, इसका ज़्यादातर इस्तेमाल जैन समाज (Jain Samaj) के लोगों द्वारा किया जाता है। पर्युषण महापर्व (Paryushan Festival) के दौरान जाने अनजाने में हुई हिंसा और गलतियों के लिये माफ़ी मांगने के लिये इसका शब्द को प्रयोग में लाया जाता है।