न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आज (12 सितम्बर 2022) को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर), पंजाब, हरियाणा और राजस्थान (Haryana and Rajasthan) के कई इलाकों में लगभग 50 ठिकानों पर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Punjabi Singer Sidhu Moosewala) की हत्या में शामिल संदिग्ध आतंकी गिरोहों के खिलाफ छापेमारी की।
बता दे कि मूसेवाला की हत्या में शामिल आतंकी गिरोहों से कथित रूप से जुड़े संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिये तलाशी अभियान चलाया गया। एनआईए की ये छापेमारी दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) द्वारा मूसेवाला की हत्या के आरोपी लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi), उसके सहयोगियों और दविंदर बंबिहा गैंग (Bambiha Gang) के खिलाफ दर्ज दो मामलों की जांच का हिस्सा है।
इससे पहले रविवार को पश्चिम बंगाल में भारत-नेपाल सीमा (Indo-Nepal Border) से मामले आखिरी आरोपी शूटर दीपक मुंडी (Deepak Mundi) और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के 23वें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों को उस वक़्त गिरफ्तार किया गया, जब वो नेपाल भागने की फिराक में थे।
गिरफ्तार किये गये अन्य दो लोगों की शिनाख़्त कपिल पंडित और राजिंदर उर्फ जोकर (Kapil Pandit and Rajinder aka Joker) के तौर पर हुई है। ये ऑपरेशन पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) और केंद्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त रूप से किया था।
मामले पर पंजाब पुलिस ने कहा कि, “जैसे ही पंजाब पुलिस ने मामले में छठे और आखिरी शूटर को गिरफ्तार किया, पूरी साजिश और तौर-तरीकों के साथ-साथ इन गैंगस्टरों के लिंक-अप का भी खुलासा हुआ।”
एआईजी गुरमीत चौहान और डीएसपी बिक्रम बरार (AIG Gurmeet Chauhan and DSP Bikram Brar) की अगुवाई में एजीटीएफ की एक टीम शनिवार (10 सितम्बर 2022) देर रात मुंडी और उनके दो करीबियों को हवाई रास्ते पंजाब ले आयी। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मीडिया से कहा कि-“मुख्य हत्यारे दीपक मुंडी ने पंजाबी गायक शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला पर अंधाधुंध गोलियां चलायी थीं, जिनकी 29 मई को मौत हो गयी थी।”
इस बीच मूसेवाला हत्याकांड में कुल 35 लोग आरोपी हैं, जिनमें से 23 को गिरफ्तार कर लिया गया है और दो को मार गिराया गया है। बाकी के चार देश से बाहर हैं और मामले के छह आरोपी अभी भी फरार हैं।
दिल्ली पुलिस ने इस महीने कई गैंगस्टरों के खिलाफ सख्त आतंकवाद विरोधी कानून – गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) लागू किया, जिनमें कई गैंगस्टर कथित तौर पर मूसेवाला की हत्या में शामिल थे। इनमें जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, कनाडा में बैठा भगोड़ा गोल्डी बरार और विक्रम बरार और उनके विरोधी गैंग का मुखिया दविंदर बंबिहा, कौशल चौधरी, नीरज बवाना, सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया (Sunil aka Tillu Tajpuria), दिलप्रीत और सुखप्रीत उर्फ बुद्ध का नाम खासतौर पर शामिल हैं।
गौरतलब है कि कुछ आतंकी मामलों की जांच के बाद गैंगस्टर और आतंकवादियों के बीच सांठगांठ का खुलासा होने के बाद भारत और विदेश में बैठे दोनों तरफ के गैंगस्टर एनआईए के रडार पर आ गये है। बिश्नोई समेत कुछ गैंगस्टर जेलों से ही अपने गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं।