न्यूज डेस्क (आदर्श शुक्ला): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) हाल ही में जर्मनी के आठ दिवसीय दौरे से लौटे हैं। वो पंजाब में निवेश की तलाश में जर्मनी में थे। लेकिन उनकी जर्मनी (Germany) यात्रा विवादों में घिरती नज़र आ रही है। इसके बाद बीएमडब्ल्यू (BMW) की भारतीय शाखा ने पंजाब में अपनी ब्रांच खोलने की किसी भी योजना से इनकार किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री के दिल्ली में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के पहले सम्मेलन देर से शामिल होने को लेकर तरह-तरह अफवाहें फैल रही हैं।
अब उनकी पार्टी ने उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा किये गये दावों का खंडन किया है कि, मान को शनिवार (17 सितम्बर 2022) रात फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे (Frankfurt Airport) पर फ्लाइट से उतरने पर मजबूर किया क्योंकि वो बुरी तरह नशे में धुत्त थे। इस मामले पर पार्टी के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग (Malvinder Singh Kang) ने मीडिया से कहा कि- “हमारे राजनीतिक विरोधियों का प्रोपेगेंडा डिपार्टमेंट हमारे सीएम को बदनाम करने के लिये इन अफवाहों को फैला रहा है। वो ये पचा नहीं पा रहे हैं कि सीएम मान पंजाब में निवेश के लिये कड़ी मेहनत कर रहे हैं। सीएम तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक लौट रहे हैं। उन्हें रविवार (18 सितम्बर 2022) रात यहां उतरना था और वो पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं।’
हालांकि उसी फ्लाइट में एक भारतीय सह-यात्री ने नाम बताने की शर्त पर दावा किया कि- मुख्यमंत्री भगवंत मान बुरी तरह शराब के नशे में धुत्त थे। वो ढंग से अपने पैरों पर भी खड़े नहीं हो पा रहे थे। उन्हें उनकी पत्नी और सुरक्षा कर्मियों ने सहारा दे रखा था।
यात्री ने दावा किया कि उड़ान के डिपार्चर में 4 घंटे से ज़्यादा की देरी हुई क्योंकि मुख्यमंत्री के दल के सामान को विमान से उतारना पड़ा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के अधिकारियों ने लुफ्थांसा फ्लाइट क्रू (Lufthansa Flight Crew) पर मान को नहीं उतारने की गुज़ारिश की क्योंकि उन्हें अगले दिन तय की गयी कई अहम बैठकों में हिस्सा लेना था, लेकिन उन्होंने (लुफ्थांसा) अपने उड़ान सुरक्षा नियमों से समझौता करने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि राज्य सरकार के प्रतिनिधि इस बात पर जोर देते रहे हैं कि जर्मनी से संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) के लिये उड़ान में शामिल होने में सीएम इसलिये नाकाबिल है क्योंकि वो चिकित्सा समस्या से जूझ रहे थे। मान 11 सितंबर को जर्मनी गये थे और उन्हें 18 सितंबर को वापस आना था।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने भगवंत मान की आलोचना करते हुए कहा, “इन रिपोर्टों ने पंजाबियों को शर्मिंदा और शर्मिंदा किया है।” उन्होनें ट्विटकर लिखा कि- “आश्चर्यजनक रूप से पंजाब सरकार इन रिपोर्टों पर चुप है, जिसमें उनके सीएम भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को इस मुद्दे पर सफाई देने की जरूरत है। भारत सरकार (Indian government) को इस मामले पर कदम उठाना चाहिये क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव शामिल है। अगर उन्हें विमान से उतारा गया था तो भारत सरकार को इस मुद्दे को जर्मन समकक्ष के सामने उठाना चाहिए।